शिमला। लोकतंत्र की बुनियादी संसद पंचायतों के चुनावों के कार्यक्रम का एलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त टीजी नेगी ने कहा इस चरण में जिला कांगड़ा में चुनाव नहीं होंगे। इसके बाद राजनीतिक दलों में फिलहाल हड़कंप सा मचा है। टी जी नेगी ने प्रदेश की 2436 पंचायतों के चुनाव के लिए 1जनवरी,3जनवरी व पांच जनवरी 2016 को मतदान कराने का एलान किया।जिस दिन मतदान होगा उसी दिन शाम को परिणाम भी आ जाएंगे।बीडीसी व जिला परिषद के लिए डाले गए मतों की गणना 7जनवरी को होगी और रिजल्ट भी उसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे।किस दिन किस जिला के किस इलाके में मतदान होना है ये संबधित जिलों के डीसी तय करेंगे।
प्रदेश के चुनाव आयुक्त नेगी ने कांगड़ा जिला में चुनाव न कराने को लेकर अजीब दलील दी। उन्होंने कहा कि चुनाव सामाग्री की कमी की वजह से ऐसा किया जा रहा है। पहले बाहर के राज्यों से भी चुनाव सामाग्री ली जाती थी लेकिन ट्रांसपोर्टेशन की समस्याओं की वजह से इस बार ऐसा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला के चुनावों का एलान बाद में किया जाएगा।
पंचायत ,बीडीसी व जिला परिषद के लिए इस साल की 15 ,16 व 17 दिसंबर को नामाकंन भरे जा सकेंगे। 18 दिसंबर को छंटनी होगी और 21 दिसंबर को नाम वापस लिए जा सकेंगे।चुनाव मैदान में रह गए प्रत्याशियों की सूची 21 तारीख को ही लग जाएगी।
48लाख25 हजार 312 मतदाता 15438 वार्ड सदस्यों,2436 प्रधानों, उपप्रधानों,1280 बीडीसी व192जिला परिषद सदस्यों को चुनने के लिए मतदान करेंगे।नेगी ने कहा कि सचिवालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां पर 208नंबर पर कोई भी जानकारी ली जा सकेगी।इन मतदाताओं में 2367696महिलाएं व 2445498पुरुष शामिल है।
इसके अलावा चुनावों के लिए 58 आब्जर्वर तैनात किए जाएंगे। ये काम प्रदेश में तैनात आईएएस,एचएएस,और आईएफएस को सौंपा जाएगा।दुर्गम इलाकों में एक आब्जर्वर के जिम्मे एक ही ब्लाक होगा जबकि बाकी स्थानों दो ब्लाक एक अफसर के जिम्मे होगा।
उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू की जाबन और नम्लोह और नग्गर पंचायत की कर्जन व सोएल के चुनाव 2017 में होंगे। यहां हमेशा अलग से चुनाव होते है।
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