शिमला। चुनावी साल में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने एक और बड़ा एलान कर विपक्षी पार्टी भाजपा को संकट में डाल दिया हैं। हिमाचल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने चंबा में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में एलान किया कि अब तीन साल के कांट्रेक्ट के बाद कर्मचारियों को नियमित कर दिया जाएगा। कांट्रेक्ट तीन साल का होगा।ये बहुत बड़ा एलान हैं। वीरभद्र सिंह सरकार ने ही दो साल पहले कांट्रेक्ट अवधि को सात साल से पांच साल किया था। अब तीन साल कर दिया हैं। जब कांट्रेक्ट अवधि को पांच साल किया ग
या था सरकार के स्तर पर तभी ये तय हो गया था कि चुनाव से पहले इस अवधि को तीन साल कर दिया जाएगा। इस बावत प्रदेश के कर्मचारी एक अरसे से मांग भी कर रहे थे। लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ऐसा हो जाएगा।
प्रदेश के कांट्रैक्ट पर लगे कर्मचारी एक अरसे से सरकार के समक्ष ये मांग उठा रहे थे। जिसे मुख्यमंत्री ने आज घोषित कर एक बड़ा दांव खेल दिया हैं। सरकार के चीफ इक्नॉमिक एडवाइजर प्रदीप चौहान के मुताबिक प्रदेश में 22 हजार 500 के करीब कर्मचारी कांट्रेक्ट पर हैं। इनमें से नौ हजार के करीब ऐसे है जिनका तीन साल से ज्यादा समय हो चुका हैं।
इसके अलावा बेरोजगारी भते की भी विधिवत शुरूआत कर दी हैं।दस बेरोजगारों युवाओं को चेक बांटकर इस स्कीम को प्रदेश में लागू कर दिया हैं। इस मसले को उनके केबिनेट मंत्री जी एस बाली चुरा ले जाना चाहते थे। ये घोषणाएं चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीता पाएगी या नहीं लेकिन इडी व सीबीआई के फेर में फंसे मुख्यमंत्रीने दांव जरूर खेला हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रदेश मे कार्यरत 500 से ज्यादा एसपीओ के वेतनमान में भी दो हजार रुपए की बढ़ोतरी करने का एलान किया । मुख्यमंत्री ने चंबा में हिमाचल दिवस के मौके पर ये एलान किए।
मुख्यमंत्री ने आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए पहले ही नीति बनाने का एलान कर रखा हैं।प्रदेश में 14,700 के करीब कर्मचारी आउटसोर्स पर रखे गए हैं।गवर्नेंस के स्तर पर पिछले साढे चार सालों में फिस्डडी रही वीरभद्र सरकार के पास अब जनता के बीच जाकर वोट मांगने के लिए बहुत कुछ हैं।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जमा दो तथा इससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले युवाओं को 1000 रुपये तथा अक्षम बेरोजगार युवाओं को 1500 रुपये मासिक बेरोजगार भत्ता प्रदान करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत प्रसिद्ध भलई माता मन्दिर में रज्जू मार्ग स्थापित करने की भी घोषणा की।
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