शिमला। कानून नियमों को ताक पर रखकर मुनाफा कमा रही मोबाइल कंपनियों की दबंगई से प्रदेश केलोग बेहाल है लेकिन ट्राई व सरकार के होने केबावजूद इन कंपनियों पर नकेल नहीं कसी जा रही है। प्रदेश में बीएसएनएल समेत सात मोबाइल कंपनियां काम कर रही है लेकिन सभी ने अपनी लूट व धंधे का काम चलाया हुआ है। सर्विस का बुरा हाल है। ये नजारा आज ट्राई की ओर से राजधानी के होटल होलीडे होम में आयोजित जागरूकता सम्मेलन में नजर आया।
जहां पर ट्राई ने उपभोक्ताओं के अलावा सातों मोबाइल कंपनियों (सर्विस प्रोवाइडरों) के प्रतिनिधियों को बुलाया हुआ था।
एयरटेल के उपभोक्ता कंवर योगेंद्र सिंह ने इस मौके पर ट्राई के अफसरों के नोटिस में लाया कि वो एयरटेल से एक साल से बिल की हार्ड कॉपी मांग रहे है। लेकिन एयरटेल के कारपोरेट बाबू कभी कहते है कि इसके पैसे लगेंगे तो कभी कहते है कि आप साइट से या ईमेल के जरिए ले लो। इससे पहले ट्राई के कन्ज्यूमर अफेयर विंग के प्रधान सलाहकार सुरेश गुप्ता कह चुके थे कि उपभोक्ता के मांगने पर बिल मुफ्त में देना होगा।ट्राई के अफसरों ने जब एयरटेल के शिमला में प्रतिनिधि महेंद्र सिंह से पूछा तो उसके पास कोई जवाब नहीं था। वो बोला कि आप नंबर दे दो बिल मुहैया करा देंगे।
प्रदेश सरकार के आई टी विभाग केसिस्टम एडमिनिस्टेटर हितेश ठाकुर का भी एयरटेल का नंबर है।एयर टेल इसे आठ बार बिना बताए डिस्कनेक्ट कर चुका है। हितेश ने एयरटेल के वाइस प्रेसिडेंट तक शिकायत कर ली लेकिन उनकी समसया हल नहीं हुई। एयरटेल के प्रतिनिधि नेफिर गोलमोल जवाब दिया व कहा कि दो नंबर एक नंबर के साथ टैग हो जाता है। इसजवाब पर ट्राई के अफसरों ने एयरटेल के प्रतिनिधि को पकड़ लिया व पूछा कि ऐसे में नंबर डिस्कनैक्ट थोडें ही होता है।र ट्राई के अफसरों ने मामले से उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिए है।
बीरबहादुर नामक एडवोकेट ने बताया कि उसके पास बीएसएनल का नंबर था,उसके बाद उसने इाइडिया में पोर्ट करा दिया लेकिन सिग्नल नहीं हैं।कोटखाई की कॉलेज की प्रिसिंपल ने कहाकि कॉलेज में उन्होंने ब्रॉडबैंड कनैक्शन ले रखा है लेकिन ये देा या तीनदिन ही चलता है। उन्हें जरूरी ईमेल चैक करनी व भेजनी होती है।
देशराज ने कहा कि उसका एयरटेल का कनैक्शन है लेकिन जब कोई उसे फोन करता है तो इस परआता है कि फोन स्वीच ऑफ है या इस पर एयरटेल के कारपेरेट बाबू बोला की आप अपना हैंडसेट बदल दो। इस पर देशराज ने कहा कि वोचेंजकर चुके है। एयरटेल के कारपोरेट बाबू के पास कोई जवाब नहीं था।
कस्टमर केयर नंबर कपर इन कंपनियों नेप्रदेश में जमकर धांधलियां मचा रखी है।इसका खुलासा भी इस कार्यक्रम हुआ है।ट्राई केअफसरों नेकहा 90सेकंड के भीतर उपभोक्ता को जवाब मिलना चाहिए।
रिलायंस मोबाइलके उपाोक्ता ने कहा के उनके मोबाइल पर हर बार पैसे कट जाते है। जब रिलायंस वालों से बात की जाती हैतो उन्हें कहा जाता है उनकी कोई सर्विस चालू हो गइ्र थी। उसे बंद कर दिया जाता है। फिर अगले महीने पैसे कट जाते है। यही नहीं डीएनडी के बाद भी अपने से ही सर्विस जोड़ कर पैसे वसूल लिए जाते है। इसपर ट्राई अफसरों ने जवाब तलब किया है।
बीएसएनएल के एक उपभोक्ता ने सवाल उठाया कि सभी मोबाइल प्रोवाइडरों की ओर से अपने कनैक्शन बेचे जा रहे है चाहे उनका उस एरिया में सिग्नल है या नहीं । इस पर ट्राई के अफसरों ने कहा कि सभी सर्विस प्रोवाइडरों को ये अनिवार्य है कि वो अपनी वेबसाइट पर ये सूचना देंगे कि वो उनका सिग्नल कहा -कहा पर है।
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