शिमला। हालीलाज कांग्रेस के राजकुमार व सुक्खू सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के चुनावी हलके शिमला ग्रामीण के खटनोल में हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के निदेशक हरिकृष्ण हिमराल ने राज्य सहकारी बैंक की शाखा का शुभारंभ किया।
जब से प्रदेश में सुक्खू सरकार को गिराने की मुहिम चली है तब से विक्रमादित्य सिंह सुखियों में है लेकिन खटनोल में बैंक की शाखा खोलने के मौके पर वह मौजूद नहीं हुए। अब प्रदेश में सियासत की नई बयार शुरू हो गई हैं। अगर सरकार गिरने से बच गई तो आने वाले दिनों में सियायी जमीन पर कई रंग दिखने वाले हैं।
जबकि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने निवास स्थान ओक ओवर से खटनोल समेत 22 नई शाखाओं का विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उद्धघाटन किया। विक्रमादित्य इस मौके पर भी हाजिर नहीं हुए । यह राजनीति अपने आप में दिलचस्प तो है ही साथ कई संदेश भी दे रही हैं।
याद रहे हिमराल भी शिमला ग्रामीण हलके से ही है ।
हालांकि हरिकृष्ण हिमराल ने खटनोल में बैंक की शाखा खोलने पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ –साथ लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह व बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम का आभार व्यक्त किया।
हिमराल ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र के विकास के प्रति पूरी तरह समर्पित है। खटनोल में बैंक की शाखा खुलने से क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा। उन्होंने लोगो से बैंक की कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ लेने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें इन योजनाओं का पूरा लाभ लेना चाहिए।
इस अवसर पर खटनोल के प्रधान पूरण दास शर्मा, मनोज वर्मा,बीडीसी सदस्य मोहिंदर शर्मा,घमश्याम हिमराल,कैप्टन कृष्ण ठाकुर,लाभ सिंह ठाकुर, बाला राम चंदेल,जोगिंदर कवंर व विमला देवी के अतिरिक्त कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
उधर नई सियासी घमासान के बीच आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहाँ हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की 22 नई शाखाओं का एक साथ शुभारंभ कर दिया । उन्होंने बैंक की दो नई योजनाओं एकमुश्त समाधान योजना और उच्च घनत्व सेब बागान विकसित करने के लिए ऋण योजना का शुभारम्भ भी किया।
उन्होंने यह शुभारंभ सचिवालय से बटन दबा कर किया और दिलचस्प यह रहा कि इस मौके पर भी विक्रमादित्य गायब रहे। दूरियां किस कदर बढ़ गई है इसका साफ पता चल रहा हैं। एक साथ 22 बैंक शाखाएं खुलना कोई छोटा कार्यक्रम नहीं हैं। इस अकेले कार्यक्रम ने कांग्रेस में मचे भीतरी घमासान को बाहर ला दिया हैं। हालांकि बाहर तो ये घमासान तभी आ गया था जब छह कांग्रेसी विधायकों ने राज्यसभा के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन को क्रास वोट दिया था। इन छह कांग्रेसी विधायकों के पीछे हालीलाज कांग्रेस नहीं है, इसकी क्या गारंटी हैं।
बहरहाल,सचिवालय में इस मौके पर बैंक के प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा के अलावा राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, विधायक हरीश जनारथा, मलेन्द्र राजन व नीरज नैय्यर, उपायुक्त अनुपम कश्यप,पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी और बैंक के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
नई शाखाओं में समरकोट, झड़गध्नकराड़ी, पराला, धमांदरी, मेहंदली, जरोल, जनेहड़घाट, अप्पर कैथू, खटनोल, निहरी, चाय का डोरा, स्यांज, भराड़ी, मंडप, धार–टटोह, लोहाट, अवाह, छतराडी, हलाह, हरिपुरधार, टिम्बी और चांगो शामिल हैं।
यही नहीं शिमला से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने भी राजधानी में अप्पर कैथू में बैंक का रिबन काटा उनके साथ बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम भी मौजूद रहे।
याद रहे जनारथा इन दिनों हालीलाज कांग्रेस से कन्नी काटे हुए है। कहा जाता है जब शिमला से जनारथा को टिकट के लिए हाड तोड़ मेहनत करनी पड़ रही थी तो हालीलाज कांग्रेस ने जनारथा के बजाय यशवंत छाजटा को टिकट देने की वकालत की थी। तब जनारथा ने दस जनपथ के करीबी कमलनाथ के मार्फत अपना टिकट पक्का कराया था। तब से जनारथा का हालीलाज कांग्रेस से दुराव हो गया हैं। अब ये तो स्थितियां बदल ही गई हैं।
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