शिमला। सीबीआई की एफआईआर में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पीएस रघुवंशी का जिक्र आने के बाद एक अरसे से खामोश पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल वीरभद्र के खिलाफ हमलावर हो गए हैं। सबसे दिलचस्प ये है कि सीबीआई की 16 पन्नों की एफआईआर 30 मई को दोपहर में ही भाजपा नेताओं के पास पहुंच चुकी थी। बहरहाल धूमल व सती ने मौका गंवाए बगैर वीरभद्र सरकार पर हमला बोल दिया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सती और धूमल ने कहा जिस प्रदेश का मुखिया जिस प्रदेश का मुखिया भ्रष्टाचार के आरोपों पर जमानत पर चल रहा हो, वहां के कर्मचारियों का भ्रष्टाचार में संलिप्त होना प्रदेश सरकार की कार्यसंस्कृति का ही परिलक्षण है, परन्तु इस मामले में सबसे गंभीर पहलू यह है कि पकड़े गए कर्मचारी ने इस सारे मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय की संलिपत्ता के गंभीर आरोप लगाए हैं उसके बाद अब सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं रह गया है।इन भाजपा नेताओं ने कहा कि इस सरकार को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
उधर, धूमल के छोटे पुत्र अरुण धूमल भी एक अरसे तक सोशल मीडिया पर मौन रहे थे ।लेकिन पिछले तीन चार दिनों से अचानक वो भी सक्रिय हो गए हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पैसे लेकर सबसिडी रिलीज करना कांग्रेस सरकार की संस्कृति का द्योतक है। उद्योग की लगातार शिकायतें थी कि उन्हें सरेआम वर्तमान सरकार द्वारा लूटा जा रहा है। बावजूद इसके उद्योगपतियों की आवाजों को दबाया जा रहा था। एक के बाद एक करके उद्योगपति प्रदेश छोड़ कर जा रहे हैं। पिछले चार वर्षों में कोई नया उद्योग हिमाचल प्रदेश में नहीं लगा, इसकी वजह मंत्रियों और अधिकारियों की सरेआम लूट थी।
ऊना और पंडोगा में जमीने खाली और बिजली पर सबसिडी दिए जाने के बावजूद कोई उद्योगपति प्रदेश का रुख नहीं कर रहा था। इसका मुख्य कारण कांग्रेस की भ्रष्ट संस्कृति रही है। ज्वाइंट डायरेक्टर तो केवल एक मोहरा है। ज्वाइंट डायरेक्टर की स्वीकृति के पश्चात यह स्पष्ट हो गया है कि इसकी जड़ में मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी संलिप्त है। इतने बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार को संरक्षण मिलने के बाद भाजपा के आरोपों की भी पुष्टि हो गई है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि केवल एक यही मामला नहीं है बल्कि इसके अतिरिक्त कुछ समय पूर्व एक अधिकारी का ड्रग्स रैकेट में संलिप्त होना इस बात का संकेत है कि भ्रष्टाचारियों को सरकारी स्तर पर संरक्षण मिला हुआ है जिसकी वजह से पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार की जद में है। भाजपा का यह मानना है कि कांग्रेस को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया है इसलिए सरकार को बर्खास्त किया जाना आवश्यक है।
अब बात छोटे धूमल की
सीबीआई की ओर से उद्योग विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर को अरेस्ट करने के बाद छोटे धूमल ने भी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर हमला बोला । उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा कि ये रघुवंशी वो ही शख्स हैं जिसके साइन हॉलीलॉज के फर्जी किराएनाम पर भी हैं।
यह रही छोटे धूमल की फेसबुक वॉल पर लिखी पोस्ट-:
Thakur Arun Singh added 6 new photos — with Sanjeev Sharma Sharma and 77 others.
14 hrs ·
जिस दोपहर मुख्यमंत्री की बेल हुई उसी शाम को हिमाचल का एक अधिकारी सी॰बी॰आई॰ द्वारा गिरफ़्तार किया गया और सी॰बी॰आई॰ की एफ़॰आई॰आर॰ में यह लिखा है कि पैसा मुख्यमंत्री के दिल्ली आवास पर तैनात उस रघुवंशी को देने थे जिनके हस्ताक्षर हॉली लॉज के फ़र्ज़ी किरायेनामे पर भी थे।
मेरा सवाल है कि बड़ा दोषी कौन है –
तिलक राज शर्मा जैसे अधिकारी जो अपने आकाओं के लिए पैसा इकट्ठा करते हैं, आनंद चौहान जैसे करिंदे जो उस भ्रष्टाचार से अर्जित पैसे को धन-शोधन के ज़रिए सफ़ेद करते हैं या श्री वीरभद्र सिंह जैसे फ़र्ज़ी रजवाड़े जो अपनी पिछली 143 पुश्तों का हवाला देके आने वाली 143 पुश्तों के लिए धन अर्जित करना चाहते हैं।
राजा साहब आप अपनी उम्र और स्वास्थ्य का हवाला देकर और रानी साहिबा महिला होने का हवाला देकर शायद बच जाएँ, पर आपके राजकुमार यानी बुशहर राजघराने के अगले चिराग़ का हवाला के चक्कर में भविष्य तिहाड़ में अन्धकारमय होता नज़र आ रहा है।
आनंद भी जेल में, तिलक भी जेल में – अब अगला कौन ? केवल चंद दिनों का इंतज़ार कीजिए, जल्द ही आप सब को पता चलेगा !!!
वन्दे मातरम् !!!
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