शिमला।पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमर धूमल के छोटे बेटे अरुण धूमल ने आज राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निजी आवास हॉली लॉज को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लाहुल स्पिति में चल रहे एक पॉवर प्रोजेक्ट लेने वाले कंपनी मोजर बीयर को मुख्यमंत्री की पत्नी व पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने हॉली लॉज को दिसंबर2011 में 12लाख रुपए में किराए पर दे दिया था। यही नहीं 2012 में हॉली लॉज का किराया 13 लाख 20 हजार और 2014 में ये किराया 15 लाख कर दिया गया है।एग्रीमेंट पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी व पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह के दस्तख्त है।
छोटे धूमल ने कहा ये एक मंजिल के दो बैडरूम,तीन रूम,एक किचन,टायलेटव बॉथरूम किराए पर दे दिए। इसके अलावा इसी तरह दूसरी मंजिल को भी किराए पर दिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि किराएसे मिलने वाली इस आय का जिक्र न तो वीरभद्र सिंह ने अपने चुनाव शपथ पत्र में किया और न ही उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह ने अपने चुनाव के हल्फनामे में किया है। छोटे धूमल ने वीरभद्र सिंह से इस्तीफा देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी से मांग की कि वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री के पद से हटाए।
उन्होंने साथ ही रोहतांग टनल बना रही स्टार बैग एफकान जेबी ज्वाइंट वैंचर की ओर से मनाली में किराए पर ली प्रापर्टी को लेकर भी सवाल उठाए। छोटे धूमल ने इस मसले को भी पहले उठाया था।उन्होंने आज इसमें और खुलासा किया कि मनाली में नालागढ के राजा व कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह की प्रापर्टी थी। इस प्रापर्टी को लेकर विजेंद्र सिंह , मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की बेटी अपराजिता सिंह और एफकॉन कंपनी के प्रतिनिधि के बीच तीन पक्षीय समझौता हुआ और विजेद्र सिंह ने इसे अपराजिता को दे दिया और एफकॉन ने अपराजिता से ये प्रापर्टी किराए पर ले ली। अरुण धूमल ने कहा कि ये किराए कि अपराजिता को मायके में मिल रही है या वो भी मुख्यमंत्री ही हासिल कर रहे है।अपराजिता की पंजाब में शादी हो गई है।
गौरतलब हो कि बीते दिनों कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेता जयराम रमेश ने धूमल व उनके सांसद बेटे अनुराग ठाकुर जो बीसीसीआई के सचिव भी है, पर एचपीसीए के सरकारी जमीन लेकर 100 करोड़ की धांधली करने का आरोप लगा दिया था।जयराम रमेश ने कहा था कि राजस्थान में मां – बेटी ने तो हिमाचल में बाप -बेटे ने कांड कर रखे है।
आय से अधिक संपति मामले में सीबीआई ने वीरभद्र सिंह व उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ प्रारभिंक जांच दर्ज कर रखी है। 6 अगस्त को इसमामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में होनी है। लेकिन सीबीआई इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है। जबकि बीते दिनों मोदी सरकार के ताकतवर मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वीरभद्र सिंह व उनके परिवार की संपति को लेकर दिल्ली में खुलासा किया था। इन दिनों ललित गेट कांड पर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज,राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व उनके लाडले के कारनामों कोलेकर संसद नहीं चलने दे रही है।
मजे की बात ये है कि मोदी सरकार की सीबीआई वीरभद्र सिंह व उनके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है और वीरभद्र सिंह सरकार धूमल व उनके बेटों के खिलाफ अदालतों में विभिन्न चरणों में अटके ट्रायल को आगे नहीं बढ़ा रहे है। दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ ब्यानबाजी कर जनता की आंखों में धूल झोंकने का कोई भी मौका चूकने नहीं दे रहे है।
हॉली लाज को पावर प्रोजेक्ट को किराए पर देने के लिए प्रतिभा सिंह व कंपनी केप्रतिनिधि के बीच हुए एग्रीमेंट को पढ़े यहां। संभवत: ये जाली नहीं होगा।ये एग्रीमेंट छोटे धूमल ने मीडिया को जारी किया है।
(1)