हिमाचल प्रदेश को देश भर के सभी सहकारी बैंकों में भारत का सर्वश्रेष्ठ सहकारी बैंक पुरस्कार प्रदान किया गया है। नाबार्ड द्वारा सहायता प्राप्त ‘इन्क्लयुसिव फाईनेंस इण्डिया सैक्ट्रीयेट’ और जी.आई.जैड. जर्मन संघीय सरकार के स्वामित्व वाले अन्तर्राष्ट्रीय उद्यम ने यह जानकारी दी है कि 2014 के लिए गठित निर्णायक समिति ने हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक को सूचना प्रौद्योगिकी और इसके कार्यान्वयन श्रेणी के अन्तर्गत इन्क्लयुसिव फाईनेंस इण्डिया आवार्ड चयनित किया है। यह चयन बैंक के आसाधारण विकास, बेहतर प्रदर्शन एवं प्रभावी प्रशासन और प्रबन्धन के आधार पर किया गया।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष हर्ष महाजन ने नाबार्ड के मुख्य महा प्रबन्धक पी. सतीश से नई दिल्ली में आयोजित समावेशी वित्त भारत शिखर सम्मेलन 2014 में यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस अवसर पर महाजन ने कहा कि बैंक को यह पुरस्कार प्रदेश भर में बैंक की शाखाओं में नई सूचना प्रौद्योगिकी अपनाने और इसके सफल कार्यान्वयन के लिए मिला है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन से बैंक के कारोबार में कई गुणा वृद्धि हुई है।
महाजन ने इस अवसर पर कहा कि बैंक द्वारा पिछले दो वर्षों के दौरान विभिन्न श्रेणियों में पांच राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें देश भर के सभी बैंकों में समग्र श्रेष्ठ प्रदर्शन, कम्पयूटरीकरण, सुशासन और प्रबन्धन, सर्वश्रेष्ठ पहुंच पुरस्कार एवं देश में सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण संस्थान के रूप में प्रदर्शन के लिए पुरस्कार शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि वह इस पुरस्कार को प्रदेश के लोगों को समर्पित करते हैं, जिनके सच्चे विश्वास तथा भागीदारी से बैंक राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने में सक्षम हुआ है व इस पुरस्कार का श्रेय मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को भी जाता है, जिनके सक्षम नेतृत्व व कुशल मार्गदर्शन में बैंक ने यह उपलब्धि प्राप्त की है।
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