शिमला। हिमाचल प्रदेश के नए राज्यपाल कल्याण सिंह ने युवा कांग्रेस के कार्यर्ताओं की ओर से चक्कर स्थित भाजपा के मुख्यालय पर अंजाम दिए खूनी कांड पर आज शुक्रवार को प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार के डीजीपी संजय कुमार,एडीजीपी सीआईडी सीताराम मरढ़ी और शिमला के एसपी डी डीब्ल्यू नेगी को राजभवन तलब कर इस सारे मामले पर सरकार को रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है।राज्यपाल ने इन अफसरों से कहा कि रिपोर्ट तुरंत पेश की जाए। राज्यपाल उसके बाद अगली कार्रवाई करेंगे।
प्रदेश में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की गैर मौजूदगी में राज्यपाल कल्याण सिंह ने कमान अपने हाथ में लेते हुए भाजपा कार्यालय पर हुई गुंडागर्दी का कड़ा संज्ञान लिया और इसे कानून व्यवस्था का मसला बता कर वीरभद्र सिंह सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। कल्याण सिंह ने कहा कि किसी भी दल को किसी भी पार्टी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन नहीं करना चाहिए।उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं ने उन्हें जो कहानी आज सुनाई है उससे उन्हें बहुत पीड़ा हुई है।
राजभवन से तलबी की कॉल आने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। चूंकि इससे पहले इस तरह की पुलिस अफसरों की तलबी कभी नहीं हुई है।माना जा रहा है कि पुलिस मुख्यालय ने मामले की जिम्मेदारी सीआईडी महकमे पर डाल दी है। राज्यपाल के डपटने के बाद सीआईडी मुखिया सीताराम मरढ़ी ने अपने कार्यालय में अपने मातहत अफसरों की क्लास ली और देर शाम तक उनकी कमान में डीआईजी सीआईडी दलजीत सिंह ठाकुर,एसपी सौम्या सांबशिमन और डीएसपी यशपाल के अलावा शिमला सीआई यूनिट की लंबी बैठक हुई।सरकार में कानून व्यव्स्था से जुड़े आईएएस व आईपीएस अफसरों की ओर से इस मामले को सीअीाईडी की विफलता करार दिया जा रहा है।उधरजिला प्रशासन की ओर से शुरू कीगई मजिस्ट्रेट जांच को शुरू करते हुए एडीएम डी के रत्न ने कहा है जिस किसी के पास भी इस मसले से संबधित कोई वीडियो फुटेज व तस्वीरों हो वो उन्हें चार फरवरी से adm/o-sml-hp@nic.in मेल पर भेज दे या फोन नंबर 0177-2657005 पर बता दें या व्यक्तिगत तौरपर मिल कर बता दें।।
इससे पहले आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ,भाजपा अध्यक्ष सतपाल सती,महासचिव रणधीर शर्मा व विपिन परमार की कमान में प्रदेश भर से आए भाजपाइयों को साथ लेकर राजभवन जाकर कल्याण सिंह से मुलाकात कर वीरभद्र सिंह सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
इस मौके पर इन भाजपा नेताओं ने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष व वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य को घेरते हुए कहा कि ये सब वीरभद्र सिंह के इशारों व सरकार के संरक्षण में हुआ है।ज्ञापन में उन्होंने कहा कि राज्यपाल पुलिस प्रशासन व युवा कांग्रेस के गुंडा तत्वों को गिरफ्ता करे और वीरभद्र सिंह सरकार को तुरंत बर्खास्त करे।
धूमल ने बाद में मीडिया में आरोप लगाया कि भाजपा मुख्यालय व भाजपा व भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर हमला करने वालों में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के अलावा स्टेट सीअाईडी के पांच,जिला सीआईडी के चार और एक सरकार के वाइस चेयरमैन का पीएसओ भी शामिल थे। उन्होंने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य पर भी निशाना साधा और कहा कि जब विक्रमादित्य ने उन्हें बीते रोज भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन करने को लेकर फोन किया था तो उन्होंने उसे समझाने की पुरी कोशिश की लेकिन विक्रमादित्य ने कहा कि उन्हें उपर से प्रदर्शन करने के आदेश है।वो नहीं माने।
धूमल ने कहा कि युवा कांग्रेस का ये प्रदर्शन केंद्र के भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ था तो उन्हें केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए थे।भाजपा के मुख्यालय पर प्रदर्शन का तो कोई औचित्य ही नहीं था।उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग भी की।
उधर, कांग्रेस में भीअंदरखाते इस मसले पर खूब प्रतिक्रिया हो रही है और कांग्रेसी इसे सीएमम आफिस और विक्रमादित्य को घेरे रखने वाली जुंडली की कीरामात बता रहे है। इन कांग्रेसियों की माने तो ये जुंडली विक्रमादित्य का राजनीतिक केरियर शुरू करने से पहले ही खत्म करने की साजिश रच रहे है।वो इस मामले में मुख्यमंत्री के सामने पूरा खुलासा करेंगे।
उधर युवा कांग्रेंस अध्यक्ष विक्रमादित्य व उनकी जुंडली की ओर से किए गए कांड की ओर से हुए डेमेज को कंट्रोल करने के लिए प्रदेश सरकार ने अपनी ओर से पहल करते हुए उदयोग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने चंडीगढ़ पीजीआई भेजा । डनहोंने वहां जाकर इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेश शारदा का हालचाल जाना। मुकेश अग्निहोत्री ने शारदा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।उन्होंने शारदा से कहा कि मुख्यमंत्री ने भी उनके स्वास्थ्य के शीघ्र ठीक होने की कामना की है।
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