चंबा।राज्यपाल उर्मिला सिंह ने चम्बा के ऐतिहासिक चौगान में मिंजर ध्वज फहराकर आठ दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मिंजर महोत्सव का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उर्मिला सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व के सभी संस्कृतियों में अनूठी है क्योंकि यह अपने स्वर्णीय इतिहास को वर्षों से संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत एक आधुनिक राष्ट्र है परन्तु इसकी कला, संगीत और पारम्परिक त्योहार व समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर यथावत बनी हुई है।
राज्यपाल ने कहा कि मेले व त्योहार हिमाचल प्रदेश की पहचान हैं जो देवभूमि के समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं। प्रदेश के लोग इसके लिए बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल अनूठी सांस्कृतिक परम्पराओं को दर्शाते हैं बल्कि आपसी भाईचारे को भी बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चम्बा का प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परम्पराएं पर्यटकों को आकर्षित करता है और राज्य की संस्कृति के बारे अवगत करवाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
उर्मिला सिंह ने प्रदेश के पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पहाड़ी राज्यों में लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए क्योंकि यहां प्राकृतिक आपदाओं की संभावनाएं अधिक होती हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
उन्होंने मिंजर उत्सव के दौरान आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिताओं का भी शुभारम्भ किया और विभिन्न सरकारी विभागों, बोर्डों व निगमों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया।
मेला समिति अध्यक्ष एवं उपायुक्त चम्बा संदीप कदम ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए मेले के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी दी।
वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल, स्थानीय विधायक बालकृष्ण चौहान, नगर परिषद् अध्यक्ष अनीता ठाकुर,सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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