शिमला। प्रदेश भाजपा को पछाड़ते हुए प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने आज मंडी संसदीय हलके व अर्की, जुब्बल कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा हलकों के होने वाले उपचुनावों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने के साथ ही कांग्रेस पार्टी आधिकारिक तौर पर चुनाव प्रचार में कूद गई है। सोशल मीडिया कांग्रेस सभी प्रत्याशियों ने टिकटों की आधिकारिक घोषणा होने के बाद अपना अभियान तेज कर दिया है। सहानुभूति मतों पर नजर रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने मंडी संसदीय हलके से पूर्व सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को चुनाव मैदान में उतार दिया है। हांलांकि बीच में सुखराम परिवार की ओर से सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने भी कोशिश की थी लेकिन कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह पर भरोसा जताया है। प्रतिभा सिंह ने अपने पोस्टर भी निकाल दिए है जिनमें लिखा है वोट नहीं श्रद्धाजंलि । साफ है कि वह सहानुभूति की लहर के सहारे अपनी चुनावी नैया पार करने जा रही है।
जिला शिमला के रामपुर विधानसभा हलके, किन्नौर, लाहुल स्पिति और जिला चंबा के भरमौर हलके में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का जबरदस्त जनाधार था। उनके निधन के बाद प्रतिभा सिंह को इन हलकों से सहानुभूति मत मिलना तय है।
यही नहीं जिला कुल्लू से अगर भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह को भाजपा ने दरकिनार किया तो उनका वोट बैंक प्रतिभा सिंह की झोली में गिर जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। महेश्वर सिंह व प्रतिभा सिंह के परिवारों में आपसी रिश्तेदारी भी है और दोनों ही राजपरिवारों से हैं।
मंडी जिला के नौ विधानसभा हलके मंडी संसदीय हलके में है व मंडी जिला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके मंत्रिमंडल के सबसे ताकतवर मंत्री महेंद्र सिंह का गृह जिला है। ऐसे में भाजपा यहां पर पूरी ताकत झोंक देगी। ऐसे में यहां पर मुकाबला कड़ा है।
इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने अर्की विधानसभा हलके से पार्टी के महासचिव संजय अवस्थी को प्रत्याशी बनाया है। यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद खाली हो गई थी। वह भी वीरभद्र सिंह के नाम को लेकर जनता के बीच जाएंगे। पिछली बार जब वीरभद्र सिंह अर्की विधानसभा हलके से चुनाव मैदान में उतरे थे तो संजय अवस्थी ने अपनी दावेदारी वापस ले ली थी।
जबकि जुब्बल कोटखाई से पूर्व विधायक रोहित ठाकुर को चुनाव मैदान में उतारा गया है। वह लंबे अरसे से प्रचार में जुटे हुए हैं जबकि भाजपा की ओर से अभी तय ही नहीं है कि टिकट किसे मिलेगा। हालांकि दिवंगत भाजपा विधायक नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा को भाजपा टिकट देगी ऐसे आसार है। लेकिन अभी तय नहीं है। चेतन बरागटा को भी सहानुभति वोट मिल सकते है लेकिन यहां गुटबाजी चरम पर है।
कांगड़ा जिला के फतेहपुर विधानसभा हलके से भवानी सिंह पठानिया को टिकट दिया गया है। वह पूर्व कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया के पुत्र है ।सुजान सिंह पठानिया के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।
गौर हो कि कांग्रेस पार्टी ओर से पहले ही ये चारों नाम तय हो गए थे। लेकिन मंडी व अर्की में हालीलाज कांगेस की ओर से स्थिति साफ न करने की वजह से यहां पर पार्टी कुछ तय नहीं कर पा रही थी। लेकिन बाद में प्रतिभा सिंह ने मंडी से चुनाव लड़ने को हामी भर दी । उन्हें मंडी से टिकट दे दिया गया । जबकि अर्की से संजय अवस्थी पर भरोसा जताया गया है।
अर्की में विद्रोह
अर्की विधानसभा हलके से संजय अवस्थी को टिकट देने के बाद अर्की कांगेस ने विद्रोह का बिगुल बजा दिया है। अर्की ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष रुप सिंह ठाकुर, कांग्रेस सचिव राजेंद्र ठाकुर समेत तमाम 82 लोगों की कार्यकारिणी ने अपने पदों से त्याग पत्र दे दिया है। अर्की कांग्रेस मंडल की ओर से बीते रोज ही इस तरह का एलान कर दिया गया था। आज रूप सिंह ठाकुर ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष को सामूहिक इस्तीफे भेजा दिए हैं। । इन नेताओं की ओर से अगली रणनीति आगे तय की जाएगी। अर्की विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह विधायक थे तो अर्की मंडल में सभी पदाधिकारी उन्हीं के समर्थक थे।
अर्की मंडल भंग , सतीश कश्यप को जिम्मा
अर्की कांग्रेस मंडल की ओर से सामूहिक तौर पर इस्तीफा देने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने कड़ा संज्ञान लेते हुए अर्की मंडल को तुरंत भंग कर दिया है। पूर्व सांसद व प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक समिति की अध्यक्ष विपल्व ठाकुर ने पार्टी गतिविधियों के खिलाफ काम करने के लिए पूरी ब्लाक कांग्रेस कार्यकारिणी को तुंरत प्रभाव से भंग कर दिया। पार्टी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने ब्लाक कांग्रेस अर्की को भंग करने की सिफारिश की थी।
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