शिमला। विधानसभा चुनावों से चंद महीने पहले भारतीय जनता पार्टी ने सता में आने का ख्वााब देख रही कांग्रेस पार्टी को बडा झटका देते हुए उसके दो विधायकों को भाजपा में शामिल करा लिया है।
कुछ अरसा पहले सांसद प्रतिभा सिंह को पार्टी अध्यक्ष बनाने के साथ ही कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए थे। इनमें से कांगडा विधानसभा हलके से तीन बार विधायक रहे पवन काजल ने आज दिल्ली में मुख्यामंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप की मौजूदगी में भाजपा का हाथ थाम लिया।
जबकि दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने बीती रात को ही पवन काजल को कार्यकारी अध्यक्ष के पद से हटा दिया था और उन्हें व लखविंदर राणा को आज पार्टी से छह साल के निष्कासित भी कर दिया है। काजल की जगह पर पार्टी ने हालीलाज कांग्रेस के बेहद करीबी और पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री चंदर कुमार को पार्टी का कार्यकारी अध्यलक्ष नियुक्त किया है।
पवन काजल के अलावा नालागढ से कांग्रेस विधायक लखविंदर सिंह राणा ने भी आज कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम लिया। पवन काजल व लखविंदर राणा की हालीलाज कांग्रेस से दूरी रही थीं व इनके टिकट पर खतरा मंडराया हुआ था।
लखविंदर राणा भाजपा में शामिल होने के बाद दिल्ली में ही आयोजित सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस में दिल्ली में भी व प्रदेश् में भी परिवारवाद हावी है। उन्हों ने कहिा कि हिमाचल में भी कांग्रेस का नेतृत्व एक ही परिवार के हाथ में हैं और जमीन से जुडे कार्यकर्ता को आगे बढने का मौका ही नहीं मिलता। पार्टी का अध्यहक्ष कभी भी आम कार्यकर्ता नहीं बन सकता है।
राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मिलनसार नेता है और उन्हों ने प्रदेश का बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाया है। उन्होंठने कहा कि वह भाजपा के नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्री य अध्यंक्ष जगत प्रकाश नडडा का देश के प्रति समर्पण देख कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उन्हों ने कहा कि वह अब नालागढ विधानसभा हलके से भाजपा को जीताने का प्रयास करेंगे।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्य्क्ष रहे पवन काजल ने कहा कि वह कांगडा विधानसभा हलके की जनता की भावनाओं की कद्र करते हुए पार्टी को बदल रहे। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे काजल ने कहा कि उन पर कांग्डा विधानसभा हलके की जनता का दबाव है कि वह भाजपा में शामिल हो जाए। उन्हों्ने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबी लोगों व अनुसूचित जाति और अन्य पिछडा वर्ग के लिए जमीन पर बहुत काम किए हैं।
(6)