शिमला। हिमाचल परिवहन निगम में कंडक्टंरों के 568 पदों के लिए आज हुई लिखित परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने से ये भर्ती प्रक्रिया विवादों में आ गई है। जिला शिमला में एक निजी विवि में एक अभ्यर्थी ने परीक्षा केंद्र से मोबाइल प्रश्न पत्र की तस्वी र खींच कर बाहर भेज दी। उधर कांगड़ा में भी प्रश्नरपत्र वायरल हो गया और देर शाम तक कांगड़ा पुलिस संदिग्धों् की धरपकड़ में लगी थी। हालांकि शाम नौ बजे तक कांगड़ा में किसी को पकड़ा नहीं गया था।। उधर सोलन में भी कुछ हुआ है लेकिन पुलिस की ओर से इस बावत शाम नौ बजे तक कुछ साफ नहीं किया गया था।
राज्य। कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित कराई जा रही इन परीक्षाओं के लिए 304 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इनमें से शिमला में निजी विवि एपीजी में बनाए गए परीक्षा केंद्र में एक अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में मोबाइल अंदर ले जाने में कामयाब हो गया और उसे पेपर की तस्वीषर खींच कर अपने भाई को भेज दी। इस अभ्यजर्थी की पहचान रोहड़ू के लक्की0 शर्मा के रूप में हुई है।
पेपर की तस्वी र खींचने के बाद इसका मोबाइल जब्तल कर लिया गया व मामला पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने लक्कीब शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफतार कर लिया है।
पेपर लीक की जानकारी मिलने के बाद एसपी शिमला मोहित चावला खुद मौके पर पहुंचे और जांच का जायजा लिया। चावला ने कहा कि आरोपी को गिरफतार कर लिया है व छोटा शिमला थाना के तहत एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
उधर डीएसपी दिनेश शर्मा ने कहा कि आरोपी से पूछताछचल रही है उसे अब कल अदालत में पेश किया जाएगा। अब तक की छानबीन में यह सामने आया है कि लक्कीस की ओर से भेजी गई तस्वी र वायरल नहीं हो पाई।पुलिस ने लकी के मोबाइल को कब्जेक में ले लिया है।
कंडक्टारों के 568 पदों के लिए करीब साठ हजार युवाओं ने आवेदन किए थे।
उधर , कांगड़ा के एसपी विमुक्त। रंजन ने कहा कि कांगड़ा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। कुछ संदिगध पुलिस के राडार पर है। उनकी धरपकड़ की मुहिम चल रही है। प्रश्न पत्र लीक हुआ है या वायरल ये कुछ घंटों के बाद सही बताया जा सकेगा।
पेपर लीक मामले से जयराम सरकार सवालों में
विवादों से बचने के लिए जयराम सरकार ने कंडक्टदर भर्ती को राज्यु कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से करवाने का फैसला लिया था। लेकिन लिखित परीक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम न करने से सरकार सवालों में घिर गई है। सरकार इसलिए भी सवालों में आ गई है क्योंुकि प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षाओं को रदद नहीं किया गया है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि भी है कि परीक्षा केंद्र निजी विवि में क्यों रखा गया । इसके अलावा ये अभ्य र्थी परीक्षा केंद्र में मोबाइल ले जाने में कैसे कामयाब हो गया है जबकि साफ निर्देश है कि कोई भी अभ्यर्थी किसी भी तरह के इलेक्ट्रा निक संवाद उपकरणों को परीक्षा केंद्र तक नहीं ले जा सकता।
जांच के आदेश
मुख्युमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रश्न पत्र लीक मामले में जांच के आदेश दिए है।उन्हों ने इस तरह प्रश्नर पत्र के लीक होने का कड़ा संज्ञान लिया है। उन्हों ने कहा कि इस मामले जो भी दोषी पाया जाएगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा् नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंरने कहा कि सरकार यह सुनिश्चिसत करेगी की लिखित परीक्षाएं पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाए ताकि भविष्यक में ऐसी घटना घटित न हो।
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