शिमला। आगामी उपचुनावों को लेकर कल राजधानी में होने वाली प्रदेश भाजपा की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और शांताकुमार जैसे दिग्गजों को नहीं बुलाया गया है। इसके अलावा सांसदों को भी नहीं बुलाया गया है। ऐसे में कल होने वाली बैठक धूमल व शांता की मौजूदगी के बगैर होगी। शांता कुमार तो वैसे भी अब भाजपा की बैठकों में कम ही आते है लेकिन धूमल को जरूर भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना व सह प्रभारी संजय टंडन ने एक अरसे से पार्टी के कार्यक्रमों में आगे रखने का काम चलाया हुआ था। लेकिन धूमल इस महत्वपूर्ण बैठक में मौजूद नहीं रहेंगे यह तय हो गया है।
भाजपा के महासचिव त्रिलोक जम्वाल ने साफ किया कि न धूमल व शांता और न ही कोई सांसद इस बैठक में मौजूद रहेगा। यह पदाधिकारियों की बैठक हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस बैठक में आगामी उप चुनावों पर विचार विमर्श किया जाएगा। जम्वाल ने कहा कि उपचुनावों समेत तमाम मसलों पर विचार होगा व संगठन की ओर से अब तक किए गए तमाम कामों और आगे किए जाने वाले कामों को लेकर रोडमैप तैयार किया जाएगा। याद रहे प्रदेश में तीन विधानसभा हलकों अर्की, फतेहपुर व जुब्बल कोटखाई और एक संसदीय हलके मंडी में उपचुनाव होने है। इन हलाकों के लिए कायदे से अगस्त में उप चुनाव हो जाने थे लेकिन कहा जा रहा है कि भाजपा व सकार की जमीन पर स्थिति पतली है इसलिए चुनाव टाल दिए गए।
सूत्रों के मुताबिक अब अक्तूबर महीने के पहले सप्ताह में भारतीय चुनाव आयोग की बैठक होने वाली है व इसमें उपचुनावों को लेकर कोई फैसला हो सकता है। इसी को देखते हुए भाजपा ने आनन फानन में यह बैठक बुलाई है।
बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह ,प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना एवं भाजपा सह प्रभारी संजय टंडन देर शाम को राजधानी में पहुंच गए। समझा जारहा है कि इस बैठक में भाजपा की ओर से उपचुनाव में उतारे जाने वाले प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। एक दिन चलने वाली इस बैठक में भाजपा के तमाम जिला अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे।
लेकिन इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को न बुलाना अपने आप में सवाल खड़े करता है कि आगामी उप चुनावों में क्या धूमल की भूमिका नहीं रहने वाली है।
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