शिमला।पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक माह बाद उन्हें हमीरपुर, धर्मपुर में आपदा से हुए नुकसान की याद आई।धूमल ने कहा कि झूठे मुकदमे से प्रदेश के माहौल को खराब किया जा रहा है। जो मामले पहले चार सौ स्लीपर पकड़े जाने के बनाए गए थे उन्हें प्रदेश सरकार वापस ले रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर अंगुली उठाते हुए कहा कि जहां सरेआम रिश्वत लेते हुए जिन्हें पकड़ा गया उन्हें भी छोड़ा जा रहा है। उन्होने कहा कि वहीं दूसरी ओर जहां वन विभाग यह कह रहा है कि उनका यहां कोई पेड़ नहीं वहां मामले दर्ज किए जा रहे हैं।धूमल धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम के संदर्भ में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि 13 अगस्त की रात को भयंकर रात को भारी बारिश से नुकसान हुआ था। हमीरपुर और धर्मपुर मे नुकसान हुआ था जनता चाहती थी कि सरकार की ओर से कोई आएगा लेकिन एक माह के बाद मुख्यमंत्री को आज याद आई और समय मिला। आज वो वहां गए। एक व्यक्ति को पांच सौ रूपए राहत राशि दी जिस व्यक्ति की गौशाला बह गई उसे पांच सौ रूप्ए राहत राशि के रूप में दिए गए ।
धूमल ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की चीज ही नहीं है। तबादलों पर बैन लगा हुआ है लेकिन फिर भी तबादलों का दौर जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार यह कहती फिर रही है कि यहां हुए नुकसान में 78 करोड़ रूपए राहत राशि दी है। उन्होने सरकार से सवाल पूछे कि यदि राहत राशि दी तो गई कहां। सरकार द्वारा कोई राहत राशि नहीं दी जा रही। सरकार बदला बदली की भावना से काम करती आ रही है और सभी जानते हैं कि बदला-बदली से जो काम करता है वो जल्द उलझता है और बाद में खुद भी उलझ जाता है तो उसे बदल दिया जाता है।
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