दिल्ली। देश की राजनीति बदलने की मुहिम का दावा करते हुए आम आदमी पार्टी के विधायक अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ समारोह के बाद उमड़ी हजारों की भीड़ के बीच केजरीवाल ने एलान किया कि अगर कोई सरकारी कर्मचारी या अधिकारी रिश्वत मांगे तो उसे मना मत करना सेटिंग कर लेना। सरकार दो दिन के भीतर फोन नंबर जारी करेगी। उस पर बता देना। सरकार इन रिश्वतखोरों को रंगेहाथ पकड़ेगी।
शपथ समारोह के बाद केजरीवाल व उनके मंत्रिमंडल ने राजघाट जाकर गांधी की समाधी पर पुष्प अर्पिंत किए। इसके बाद वह सीधे सचिवालय पहुंचे।
कांग्रेस पार्टी से बिना शर्त मिलने के बाद केजरीवाल को अब 3 तारीख तक विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना है। अगर विश्वास मत हासिल हो जाता है तो कम से कम वह छह महीने तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रह पाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर वह विश्वासमत हासिल न कर पाए तो दोबारा जनता के बीच जाएंगे। जनता की राय जानी जाएगी। उन्होंने कहा की अगर विश्वास मत की परवाह नहीं है और वो तोड़ फोड़ कर सरकार नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्वास गिरेयाविश्वास मत पास हो ये बहुत छोटी बातहै। अगर गिरी तो जनता के बीच जाएंगे।केजरीवाल ने साथ ये भी जोड़ा कि उनके पास जादू की छड़ी नहीं है लेकिन जनता के सहयोग से वो हर मुश्किल का सामना कर करेंगे। उन्होंने इस मौके पर उन्होंने कहा किये शपथ केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने नहीं ली ये शपथ दिल्ली की जनता ने ली है।
अरविंद केजरीवालने ईश्वर के नाम पर हिंदी में शपथ ली वो दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री बने है। उनके मुख्यमंत्री बनने पर अन्ना हजारे ने उन्हें ईमेल के जरिए बधाई दी।
शपथ लेने के बाद केजरीवाल ने विभागों का बंटवारा भी किया व मंत्रियों ने अपने अपने विभागों का कामकाज भी संभाला। केजरीवाल ने9 आईएएस अफसरों के तबादले भी किए।
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