शिमला। सेब मार्किट के क्रेश हो जाने का दावा करते हुए पूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ सितंबर महीने के पहले सप्ताह से प्रदेश में बागवानों को साथ लेकर आंदोलन छेड़ने का एलान किया है।सेब इंडस्ट्री खतरे में है और वो दिन दूर नहीं जब बागवानों की आत्महत्याओं के मामले में सुर्खियों में रहेगी।इस सबके लिए प्रदेश व केंद्र सरकार जिम्मेदार है।
बरागटा ने कहा कि आंदोलन का आगाज उनकी अगुवाई में दो सितंबर से रामपुर से किया जाएगा। इस दिन यहां पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 4 सितंबर को रोहड़ू में,6 को चौपाल में व 10 व 15 सितंबर को कुल्लू, किन्नौर व चंबा और मंडी में धरना दिया जाएगा।अगर इसके बावजूद बागवानों की अनदेखी की गई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।बरागटा प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष भी है।
राजधानी में पत्रकारों से बातचीत में बरागटा ने कहा कि बाहर के देशों से सेब आने से सेब मार्किट क्रैश हो गई है।कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र का हवाला देते हुए बरागटाने कहा कि कांग्रेस ने जनता से वादा किया था कि वो सेब को स्पेशल केटेगरी में रखवाएगी व सेब पर कस्टम डयूटी 150 फीसद तक कर दी जाएगी। लेकिन कहीं कुछ नहीं हुआ है। आज प्रदेश के बागवानों का ए ग्रेड सेब की पेटी 900 रुपए में बिक रही है।जबकि इसकी कीमत 25 सौ से लेकर तीन हजार रुपए होती थी। बी व सी ग्रेड के सेब की पेटी 500 से 600 रुपए में बिक रही है।सरकार मूक दर्शक बनी है।
उन्होंने दावा किया कि डब्ल्यूटीओ में प्रावधान है कि किसी भी फल को स्पेशल केटेगरी में रखा जा सकता है। डब्ल्यू टीओ के तहत ट्रेड2014 में शुरू हो जाएगा। सरकार को चिंता ही नहीं है। केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा कहते है कि सेब को स्पेशल केटेगरी में लाना संभव नहीं है।सरकार ने साउथ एशिया फ्री ट्रेड एरिया में ट्रेड को फ्री कर दिया है।चीन के अलावा श्रीलंका,अफगानिस्तान व बांग्लादेश से सेब बाजार में आ रहा है।इस मसले पर न तो सीएम और न ही कोई और मंत्री जुबान खोल रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि वो बागवानों के मसले केंद्र से उठाए भाजपा पार्टी लाइनसे उपर उठकर सरकार का साथ देगी।
दूसरे मंत्री व अधिकारी सेब की फसल को बंपर फसल बता रहे है। जबकि इस तरह का आकलन नहीं किया जा सकता। इससे मार्किट में बागवानों को नुकसान हो रहा है।बरागटा ने कहा कि आढ़तियों ,अदानी व कुछ लोगों ने आपस में सांठगाठ कर लूट मचा रखी है। एपीएमसी ने फीस बढ़ा दी है।सड़के खस्ता हाल में है। चहेतों को टेंडर बांटे गए वो सड़के उखड़ गई है।उन्होंने इन मामलों की जांच की मांग की।
बरागटा ने कहा कि कांग्रेस सरकार बताए कि उसे बागवानी के लिए कौन सा प्रोजेक्ट लाया है।भाजपा ने जो प्रोजेक्ट लाए व बाकी काम किए उन्हें आगे नहीं बढ़ाया।
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