शिमला। जिला बिलासपुर के बरमाणा व जिला सोलन के दाडलाघाट के सीमेंट कारखाने को अचानक बंद कर देने के अदाणी समूह की कपंनी के खिलाफ प्रदेश भर में रोष हैं। जिला सोलन व जिला बिलासपुर प्रशासन के साथ कंपनी प्रबंधकों की वार्ता बेनतीजा रही और अब मामल कल के लिए टल गया हैं।
ट्रक आपरेटर्स की कुछ यूनियनों के प्रतिनिधियों की आज निदेशक उदयोग के साथ वार्ता हुई कल इन यूनयिनों ने जनरल हाउस बुलाया है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
बरमाणा व दाडलाघाट में चप्पे –चप्पे पर पुलिस का पहर लगा दिया गया है। हजारों ट्रक खडे हो गए हैं।
इसके अलावा इन कंपनियोंमें तैनात कर्मचारी भी काम पर नहीं गए।
उधर, मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश की दो सीमेंट फैक्टरियों में उपजे विवाद को मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने गंभीरता से लिया है और उच्चाधिकारियों को बातचीत के माध्यम से इस विवाद के त्वरित निपटारे के कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में चौहान ने कहा कि इस विवाद की जानकारी प्राप्त होते ही मुख्यमंत्री ने दिल्ली से ही पूरा ब्यौरा प्राप्त किया और मुख्य सचिव को विभिन्न पहलुओं पर कार्रवाई के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि यह परिस्थितियां क्यों बनी और फैक्टरी प्रबन्धन और विभिन्न ट्रक आपरेटर यूनियनों के मध्य विवाद के कारणों की पहचान कर इसके हल के लिए त्वरित कदम उठाने के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। इसके लिए दोनों जिलों के उपायुक्तों को दोनों पक्षों से बातचीत कर प्राथमिकता के आधार पर विवाद को हल करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या सीमेंट कंपनियों और ट्रांसपोर्टरों के बीच ढुलाई का भाड़ा बढ़ाने के विवाद के मध्य ही यह घटनाक्रम हुआ है और प्रदेश सरकार सभी पक्षों से बातचीत कर शीघ्र ही इस विवाद को हल कर लेगी।
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