इस मौके पर राज्यपाल उर्मिला सिंह ने गुरू के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में अध्यापक को उच्च सम्मान दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान गुरूओं की दक्षता तथा हमारे पूर्वजों के ज्ञान का नतीजा है। भारत को पूर्व में ज्ञान का केन्द्र माना जाता था।
राज्यपाल ने कहा कि अध्यापन एक आदर्श और जिम्मेवारी का कार्य है ।
राज्यपाल ने इस मौके पर स्मारिका का विमोचन भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों की जिम्मेवारी केवल अध्यापन नहीं होनी चाहिए बल्कि बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा दी जानी चाहिए। शिक्षणार्थियों में नैतिक मूल्यों के साथ समुचित ज्ञान का समावेश किया जाना चाहिए ताकि वे हर स्तर की प्रतियोगिता के लिये तैयार हों और अपने पैरों पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि हम ऐसे विद्यार्थी तैयार करना चाहते हैं जो हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पथ परिवन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है और 607 टीजीटी, 529 सीएण्डवी श्रेणी के अध्यापकों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा जेबीटी के 1095 पदों को भरा जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पीटीए अध्यापकों के मानदेय में भी बढौतरी की है।
इन अध्यापाकों को किया सम्मानित
राज्यपाल ने सोलन जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमति के प्रधानाचार्य भूपेन्द्र गुप्ता, मण्डी जिला के राजकीय उच्च पाठशाला रखेड़ा के मुख्याध्यापक सरस्वती नन्दन पराशर, हमीरपूर जिला के रावमापा के प्रवक्ता मदन लाल, कांगडा जिला के रावमापा शाहपुर के प्रवक्ता जन्मजय सिंह गुलेरिया, मण्डी जिला के रावमापा सैलगलु के डीपीई सुदेश हाजरी, कांगड़ा जिला के राजकीय उच्च पाठशाला भाई पठियार के टीजीटी श्री सोम सिंह भारद्वाज, उना जिला के रावमापा टक्का के आर्ट व क्राफट अध्यापक रवि शंकर, कांगडा जिला के राउपा उच्छर के शास्त्री अशोक ठाकुर, जिला शिमला के राउपा भराडी के शास्त्री कृषण पाल शर्मा, बिलासपुर जिला के राजकीय केन्द्र प्राथमिक पाठशाला डुमैहर की सीएचटी निर्मला देवी, जिला मण्डी के बड़ागांव के राकेप्रापा के सीएचटी बीरबल कटोच, मण्डी जिला के राकेप्रापा भटेरी के सीएचटी राजेश कुमार, जिला मण्डी के राप्रापा शेधाधार के जेबीटी रामलाल, मण्डी जिला के राप्रापा तरौर के हैडटीचर भीम सिंह को राज्य पुरस्कार प्रदान किये।
राज्यपाल ने वर्ष 2012 के चार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं को भी सम्मानित किया जिनमें उना जिला के रावमापा अम्भेरा के टीजीटी राकेश कुमार, कांगडा जिला के राप्रापा दयोल के सीएचटी नरोतम चन्द, मण्डी जिला के राउपा नसलोह की मुख्याध्यापक सोमा राणा तथा सोलन जिला के रावमापा चण्डी के प्रवक्ता सरताज सिंह शामिल हैं।
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