शिमला। प्रदेश मंत्रिमंडल ने कोराना विषाणु की वजह से पैदा हुए स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग में आवश्यकतानुसार विभिन्न मेडिकल एवं पैरामेडिकल के पदों पर तीन महीने के लिए आउटसोर्स पर नियुक्ति करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना विषाणु की स्थिति की पूर्ण समीक्षा की।
मंत्रिमंडल ने एसएलबीएसजीएमसी नेरचैक मण्डी को समर्पित कोरोना विषाणु अस्पताल बनाने को भी मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल सदस्यों ने प्रदेश में किए जा रहे एक्टिव केस फांइडिंग अभियान को भी सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए और विभाग के इस कदम को सराहा।
राज्य में औद्योगिकरण को बढ़ावा देने तथा उद्यमियों की सुविधा के लिए मंत्रिमंडल ने प्रोत्साहन प्रदान करने और स्टैम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क पर छूट व घटाने का फैसला लिया। अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विनिर्माण उद्यमों में संयत्र और मशीनरी में 10 करोड़ रुपये तक का निवेश व सेवा उद्यमों की निर्दिष्ट श्रेणी के मामले में उपकरणों में पांच करोड़ स्टैम्प शुल्क और पंजीकरण शुल्क की रियायती दर 50 फीसद ,30 फीसद और लागू दरों का दस फीसद क्रमश श्रेणी ए, बी, और सी,क्षेत्र में लीज़ डीड पर लिया जाएगा।
इसी तरह जिन उद्यम विनिर्माण उद्यमों में संयत्र और मशीनरी में 10 करोड़ रुपये तक का निवेश व सेवा उद्यमों की श्रेणी के मामले में उपकरणों में पांच करोड़ स्टैम्प शुल्क और पंजीकरण शुल्क की रियायती दर 50 फीसद , 30 फीसद और लागू दरों का 20 फीसद क्रमशः श्रेणी ए, बी और सी क्षेत्र में कन्वेयन्स डीड या लीज़ डीड पर लिया जाएगा।
बैठक में निर्णय लिया गया कि औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित एंकर उद्यमों, जिनकी निश्चित पूंजी निवेश 200 करोड़ रुपये से ज्यादा है और नियमित तौर पर 200 से ज्यादा बोनाफाईड हिमाचलियों को रोजगार प्रदान किया है, वह स्टैम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क पर रियायत के लिए 50 फीसद , 30 फीसद , 20 फीसद के उपयुक्त दरों पर क्रमशः श्रेणी ए, बी और सी क्षेत्र में कन्वेयन्स डीड अथवा लीज़ डीड पर के लिए पात्र होंगे।
मंत्रिमंडल ने सोलन जिला के बद्दी के मौजा केंडुआल स्थित उद्योग विभाग की 30 बीघा भूमि मैसर्ज जेबीआर एन्वायरमेंट टैक्नॉलॉजीज (बद्दी) प्राइवेट लिमिटेड को पट्टे पर 25 वर्ष की अवधि के लिए एक रुपये प्रति वर्ग मीटर की टोकन मनी पर एकत्रित ठोस कचरा प्रबन्धन परियोजना स्थापित करने के लिए देने का फैसला लिया।
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