शिमला। प्रदेश पुलिस सिपाहियों की भर्ती के लिए सभी जिलों में 27 मार्च को आयोजित हुई लिखित परीक्षा को पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज सुबह यह एलान खुद राजधानी में किया। याद रहे पुलिस गृह महकमा खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अधीन हैं। प्रदेश पुलिस विभाग की ओर से एक अरसे से पुलिस के 1700 सिपाहियों की भर्ती के लिए सभी जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले शरीरिक परीक्षा ली गई थी प सके बाद लिखित परीक्षा आयोजित की गई। कई जिलों में इस परीक्षा के परिणाम भी सामने आ गए थे लेकिन इस बीच कई जगहों से लिखित परीक्षा का पर्चा लीक होने की जानकारी मिली।
जिला का कांगड़ा में बीती शम को इस बावत गग्गल पुलिस थाना में आईपीसी की धारा.420 और 120.बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेंट्रल रेंज मण्डी के पुलिस उपमहानिरीक्षक मधु सूदन की अध्यक्षता में विशेष जांच दल गठित कर पूरे मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रथम आईआर वाहिनी के कमांडेंट विमुक्त रंजन, साइबर क्राइम के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी, कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक कुशाल चन्द शर्मा और क्राइम के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कालिया एसआईटी टीम के सदस्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेजों के मूल्यांकन की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आरक्षी की भर्ती के लिए अगली लिखित परीक्षा इस महीने के अन्त में आयोजित की जाएगी ताकि अभ्यार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
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