कल्पा/शिमला।भारत पाक के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के कबायली जिला किन्नौर के गांव चांगों और समदो में गांव के लोगों व सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई।चीन सीमा से लगता ये इलाका पूरी तरह से शांत व सेफ है।यहां पर पिछले कईदशकों में कभी फायरिंग व घुसपैठ भी नहीं हुई है। हालांकि सामरिक दृष्टि ये इलाका महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर ये इलाका सबसे उपयुक्त था शायद इसीलिए इसे चुना गया हो । मोदी जबसे प्रधानमंत्री बने है तब से सेना के जवानों संग दिवाली जरूर मनाते है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेना चीफ दलबीर सिंह सुहाग व मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजीत दाभोल ने भी इस मौके पर शिरकत की।हिमाचल के जिला किन्नौर में स्थित गांव चांगों चीन सीमा से पहले है व काजा की ओर है।चांगों गांव में अधिकांश लोग बौद्ध धर्म को मनाते है। लेकिन वहां अब छिटपुट दिवाली भी मनााई जाती है। इसी तरह समदो में भी भारतीय तिब्बत सीमा बल की टुकड़ी तैनात रहती है।यहां सेना व इंजीनियरिंग विंग भी तैनात है। प्रधानमंत्री यहां पर आईटीबीपी,सेना व जीआरइएफ के जवानों से मिले व उन्हें मिटठाई बांटकर दिवाली का जश्न मनाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बजे केे करीब समदो हैलीपैड पर उतरे और सेना के जवानों से मिले । इसके बाद चांगों गांव गए। अपने बीच प्रधानमंत्री को देखकर चांगों गांव के भोलेभाले लोग हैरान रह गए व खुश भी हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री जिंदाबाद के नारे भी लगाए और पारंपरिक तरीके से मोदी का स्वागत किया।चूंकि ये इलाका पूरी तरह से सेफ हैं व लोग सीधे-सादे है तो प्रधानमंत्री स्थानीय लोगों से खुलकर मिले व खूब फोटों भी खिचवाएं।प्रधानमंत्री ने ये फोटो टिवटर पर चहकाए भी खूब। इसके बाद सवा एक बजे के करीब वो वापस लौट गए।
उधर, पाक सीमा चाहे वो पंजाब से सटी हो या जम्मू कश्मीर से, सेफ नहीं है। वहां पर हजारों की संख्या में गांवों को खाली कराया गया है व उनकी जिंदगी भी मुश्किल में है। जबकि सेना व पैरा मिलिट्री बल वहां पर पूरी तरह से चाक चौंबंद है।
कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में वीरभद्र सिंह सरकार का सरकारी अमला मौजूद नहीं था।शायद राज्य सरकार को मोदी व उनकी जुंडली ने भनक ही लगने दी हो।अगर ऐसा है तो प्रदेश की गुप्तचर एजेंसियों पर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है।
यहां ये उल्लेखनीय है कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री व उनकी सरकार पर सेना के नाम व सेना की आड़ में राजनीति करने के आरोप लगते रहे है। लेकिन ये भी सच है कि आज से पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने हर दिवाली सेना के जवानों के साथ नहीं मनाई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की सेना व चांगों गांव के लोगों के साथ मनाई गई दिवाली की चंद तस्वीरेंं-:
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