शिमला। प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज यहां ऐतिहासिक रिज पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री का अस्थि कलश आज नई दिल्ली से शिमला लाया गया, जिसे रिज मैदान पर रखा गया जहां विभिन्न वर्गों के गणमान्य लोगों ने अपने नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार, वीरभद्र सिंह तथा प्रो. प्रेम कुमार धूमल, विधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता व विधायक राकेश सिंघा, मंत्रिमण्डल के सदस्य, विधानसभा के उपाध्यक्ष हंस राज, सांसद अनुराग ठाकुर, वीरेंद्र कश्यप तथा राम स्वरुप शर्मा, विधायकगण, नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, आरएसएस प्रचारक नरेंद्र कुमार और संजीवन, कुल्लू जिले की ग्राम पंचायत प्रिणी के पूर्व उप-प्रधान नोतराम, मुख्य सचिव विनीत चौधरी, राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री को पुष्पांजलि अर्पित की।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्री वाजपेयी एक सार्वभौमिक प्रिय राजनेता व महान व्यक्तित्व थे। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी एक दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने नेतृत्व के उच्च मूल्यों को बनाया और उनका देश के विकास के लिए दिए गए योगदान को वर्षों तक याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाजपेयी धर्म, क्षेत्र तथा समुदायिक सीमाओं से ऊपर थे तथा जिन्हें सभी ने उन्हें प्यार और स्नेह के साथ अपनाया।
राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सादगी के कारण करोड़ों लोगों के ह्रदय पर राज किया। वे हमेशा मूल्य आधारित राजनीति पर विश्वास करते थे और वे हमेशा अपनी सादगी मानवता व प्यार के लिए याद किए जाएंगे। उनकी आत्मा हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी। उन्होंने कहा कि हमें उन द्वारा दिखाए गए सिद्धान्तों पर चलना चाहिए। यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वाजपेयी को अपनी तथा प्रदेश के लोगों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। जय राम ठाकुर ने कहा कि वाजपेयी एक दूरदर्शी राजनेता थे, जो पार्टी राजनीति से ऊपर थे और उनका निधन देश तथा विशेषकर हिमाचल प्रदेश के लिए भारी क्षति है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी के ह्रदय में हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए विशेष स्थान था और प्रदेश के लोग उनके द्वारा दिए गए प्यार व उदारता को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि वाजपेयी हमेशा हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर मानते थे और कुल्लू जिले के प्रीणी में उनके अपना घर है। उन्होंने कहा कि जब भी श्री वाजपेयी के पास अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय बचता था तो वे मनाली आते थे और यहां पर उन्हांने अनेक अविस्मरणीय कविताएं भी लिखी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हलांकि श्री अटल बिहारी वाजपेयी गत 10 वर्षों से सक्रिय नहीं थे परन्तु उनकी सोच, विचार व मूल्य हमेशा ही देश के लोगों के साथ थे। उन्होंने कहा कि लाखों युवाओं ने स्वर्गीय वाजपेयी की अन्तिम यात्रा में भाग लिया, जो युवाओं के ह्रदय में उनके प्रति सम्मान को दशार्ता है। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी एक प्रखर वक्ता थे तथा उन्होंने लोगों के ह्रदय पर अपनी अमीट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी को अपने विचार कम से कम शब्दों में व्यक्त करने की भी योग्यता थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाहौल घाटी को शेष विश्व से जोड़ने के लिए रोहतंग सुरंग निर्माण का विचार वाजपेयी ने 1998 में दिया और 3 जून, 2000 उन्होंने इस परियोजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का निर्माण कार्य अन्तिम चरण में है और यह परियोजना श्री वाजपेयी का प्रदेश के लोगों के लिए सबसे बड़ा उपहार है।
जय राम ठाकुर ने श्री वाजपेयी के साथ अपने संस्मरणों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी एक सह्रदय इंसान थे। उन्होंने कहा कि उनका निधन प्रदेश व देश के लिए अपूर्णीय क्षति है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने श्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्री वाजपेयी 70 सालों तक सार्वजनिक जीवन में रहे इसके बावजूद वे सम्भवत: एक मात्र ऐसे नेता है जिन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के दौरान केवल दोस्त कमाएं। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी ने अन्तरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद भारत को परमाणु शक्ति बनाया। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी को सबसे बड़ी यह श्रद्धांजलि होगी कि हम उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चले।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वाजपेयी न केवल राष्ट्र नेता थे बल्कि वे विश्व नेता थे, जिनका सभी आदर करते थे।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि वाजपेयी एक उत्कृष्ठ राजनेता थे जिन्होंने लोकतंत्र को बहुत सम्मान दिया। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी अलोचना को भी सहजता से स्वीकारते थे। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी ने प्रधानमंत्री होते हुए हमेशा ही प्रदेश की विकासात्मक जरूरतों का ध्यान रखते थे। उन्होंने कहा कि वाजपेयी प्रदेश के विकास में व्यक्तिगत रूची रखते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए रोहतंग सुरंग श्री वाजपेयी का प्रमुख उपहार है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ अपने संस्मरणों को भी सांझा किया।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि श्री वाजपेयी का भारतीय राजनीति में विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी बिना किसी भेदभाव से जरूरमंदों की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहते थे। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी ने बंगला देश के निर्माण के समय पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी को देवी अवतारह कहा था। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी भावी युवा पीढ़ी के लिए हमेशा प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे। वाजपेयी लोकसभा के गौरव थे।
पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वाजपेयी भारतीय राजनीति के बेमिसाल नेता थे। वह हमेशा ही अपने राजनीतिक विरोधी के योगदान को भी खुले मन से स्वीकार करने के लिए भी तैयार रहते थे। वह एक संवेदनशील कवि थे और उतने ही संवेदनशील राजनेता भी थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के साथ अपने कुछ संस्मरणों को भी सांझा किया। उन्होंने कहा कि उनके मित्रतापूर्ण व्यवहार ने उनके विपक्ष में भी अनेक मित्र बनाएं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्हित्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वाजपेयी अपने व्यवहार व सादगी के कारण भारतीय राजनीति के आदर्श बने।
सीपीएम नेता व विधायक राकेश सिंघा आरएसएस के प्रान्त प्रचारक श्री संजीवन ने भी इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी पर तैयार किए गए वृतचित्र को भी दिखाया गया।
इस अवसर पर कलाकारों द्वारा भजन व देशभक्ति का गायन भी किया गया।
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