शिमला। देश की प्रतिष्ठित शूलिनी यूनिवर्सिटी सोलन की ओर से कथाकार एस आर हरनोट को वर्ष 2025 के “शूलिनी साहित्य सम्मान ” से अलंकृत किया गया है। यह सम्मान उन्हें तीन दिवसीय राष्ट्रीय साहित्य उत्सव के अंतिम दिन दिनांक 30 मार्च 2025 को यूनिवर्सिटी के संस्थापक व शिक्षाविद प्रो.प्रेम कुमार खोसला की ओर से अभिनेता राजित कपूर, शहनाज और उत्सव के संयोजक सदस्यों, देश के विभिन्न भागों से पधारे लेखकों, कलाकारों, संगीतज्ञों और छात्रों की उपस्थिति में प्रदान किया गया। इस अवसर पर शिमला से शिक्षाविद और लेखक जगदीश कश्यप जी भी शामिल रहे।
सम्मान से पूर्व फिल्म उद्योग और रंगमंच के अभिनेताओं रजित कपूर और सुश्री शहनाज द्वार अंग्रेजी (अनुवाद) में हरनोट की दो बहु चर्चित कहानियों “बीस फुट के बापू जी” और ” द रेडिनिंग ट्री (लाल होता दरख़्त) का पाठ अभिनय और संगीत के साथ किया गया। लगभग डेढ़ घंटे की कहानियों की प्रस्तुति खचाखच भरे हाल में बैठे दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गई। इन कहानियों के लिए सभी ने हरनोट को खूब बधाई दी।
परिसर में पहुंचने पर हरनोट का स्वागत डॉ.पूर्णिमा बाली, इंजीनियर वी के चोपड़ा, डॉ.प्रकाश और कई अन्य विद्वान आचार्यों और छात्रों ने किया। पुरस्कार ग्रहण करते हुए एस आर हरनोट ने यूनिवर्सिटी का आभार व्यक्त किया और कहा कि किसी विश्वविद्यालय में किसी लेखक के साहित्य का सेलिब्रेशन और सम्मान बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का अनूठा सम्मान और सरप्राइज़ था। शूलिनी यूनिवर्सिटी पुस्तकालय के लिए हरनोट की सभी पुस्तकें भी मंगा कर शामिल की गई है।
एस आर हरनोट की अब तक 22 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित है। देश की 15 से अधिक यूनिवर्सिटीज में उनकी कहानियां और उपन्यास पढ़ाए जा रहे हैं। पचास से अधिक यूनिवर्सिटीज में उन के साहित्य पर शोध हो रहे हैं जिनमें एमफिल और पीएचडी भी शामिल हैं।
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