शिमला। एडवोकेट एक्ट में संशोधन की लॉ कमिशन की सिफारिश के खिलाफ वकीलों ने राजधानी में जिला अदालत चक्कर में शिमला जिला बार एसोसिएशन ने हड़ताल करते हुए लॉ कमिशन के अध्यक्ष जस्टिस बी एस चौहान का पुतला फूंका व नारेबाजी की। इसे अलावा एसोसिएशन ने लॉ कमिशन के अध्यक्ष जस्टिस चौहान से इस्तीफा देने की मांग की व अगर वो इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए।
इस मौके पर शिमला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पी एस नेगी ने कहा कि प्रस्तावित संशोधन वकील विरोधी व इसका जमकर विरोध किया जाएगा।इस मौके पर वकीलों ने मार्च भी निकाला । उन्होंने एलान किया कि दो मई को इस संशोधन के खिलाफ दिल्ली में देश भर के वकील एकजुट होंगे व राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगें।उस दिन हिमाचल से भी बड़ी मात्रा में वकील दिल्ली जाएंगे।
उन्होंने कहा कि देश भर के वकीलों के अलावा बार काउंसिल ऑफ इंडिया भी ये मानती हैं प्रस्तावित संशोधन वकीलों की आजादी को समाप्त कर देंगे व जो वकील नहीं हैं वो वकीलों से जुड़े मसलों पर फैसले लेने लगेंगे।
नेगी ने कहा कि व्यावसायिक आचरण की जो परिभाषा प्रस्तावित संशोधन में शामिल की गई हैं उससे वकीलों को अपना काम(प्रैक्टिस) स्वतंत्रता से करना मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिमला जिला बार एसोएिशन अपनी ओर से बार काउंसिल ऑफ इंडिया की कॉल का पूरा समर्थन करती हैं।उन्होंने वकीलों सेआग्रह किया कि वो दो मई को दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा तादाद में शामिल हो।
वकीलों के इस विरोध प्रदर्शन की चंद तस्वीरें देखें यहां-:
(7)