शिमला।मुख्यमंत्री वीरभद्र ने आज मंगलवार को यहां बंधुआ बाल मजदूरों व उनके स्थायी पुनर्वास के लिए राज्य में कार्यरत शोध एवं कल्याण संगठन द्वारा तैयार की गई ‘मजदूरी की चक्की में पिसता बचपन’ शीर्षक से प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया।
संस्था के अध्यक्ष एवं लेखक संजय ठाकुर ने कहा कि संगठन ने बाल बंधुआ मजदूरों के लिए कार्यक्रम आरम्भ किया है, जिसके अन्तर्गत ऐसे बच्चों को खाने, आवास, शिक्षा तथा आधारभूत जरूरतें उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
वीरभद्र सिंह ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए आशा जताई कि स्मारिका में बंधुआ बाल मजदूरों के सही मुद्दों व इनसे संबंधित नियमों व विधिक उपायों के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी।
रिसर्च व वेल्फेयर आर्गेनाइजेशन इससे पहले भ्रष्टाचार के मसलों को भी उजागर करती रही है। भाषा विभाग के पूर्व निदेशक की ओर से छपाई गई किताबों में किए गए घपले को आरडब्ल्यूओ ने अलावा जरूरतमंद लोगों की मदद करती रही है। आर्गेनाइजेशनने आईजीएमसी में एक महिला प्रशिक्ष्ाु डाक्टर के साथ हुए यौन हमले को भी उजागर किया था।
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