कांगड़ा /शिमला।मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जहां मोदी सरकार में मंत्री जगत प्रकाश नडडा ने इस्तीफा मांगा हैं वहीं सीएम वीरभद्र सिंह ने उनके खिलाफ चल रहे सीबीअाई व ईडी की जांचों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दे दी। उन्होंने जिला कांगड़ा में एक जनसभा में कहा कि उनपर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप अनुराग ठाकुर और प्रेम कुमार धूमल द्वारा एक केन्द्रीय मंत्री के इशारे पर किया जा रहा एक षड़यंत्र है। उन्होंने मोदी को क्लीन चिट दी व कहा कि प्रधानमंत्री इस साजिश के पीछे नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल के बेटों को शिष्टाचार सीखने की आवश्यकता है और जिस प्रकार की अभद्र भाषा का वह प्रयोग करते हैं, उसे रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भी उसी भाषा में जबाव दे सकते हैं, परन्तु कांग्रेस पार्टी शालीनता व अनुशासन में विश्वास रखती है।उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और दोनों की बार उन्होंने उनके खिलाफ मामले दर्ज किए। जबकि वह हर बार सेशन ट्रायल का सामना करने के पश्चात पाक-साफ होकर निकले। उन्होंने कहा कि वह अंत तक यह लड़ाई भी लड़ेंगे, क्योंकि वह उनकी घटिया हरकतों से घबराने वाले नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिले की ज्वालामुखी विधानसभा के चंगर क्षेत्र में 25 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण तथा आधारशिलाएं रखीं।मझीण में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ये राजनीतिक बाण चले ।उन्होंने इस मौके पर घोषणाएं भी की।मोदी व वीरभद्र सिंह की दोस्ती जगजाहिर है।केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पर वो ईडी व सीबीआई में चल रहे मामलों में धूमल का साथ देने का आरोप लगाते रहे है।तीन दिसंबर को वीरभद्र सिंह के मामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में होनी वाली है। समझा जा रहा है कि ईडी इससे पहले कुछ कर देना चाहती है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सत्तासीन सरकार का यह दायित्व बनता है कि वे सभी धर्मों का सरंक्षण करें क्योंकि हमारा देश धर्म निरपेक्ष है और विश्व में सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भी है। हरेक को अपने धर्म के अनुसार कार्य करने का अधिकार है, परन्तु यह दुःख का विषय है कि कुछ समुदाय अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हमें सभी धर्मों के लोगों को इकट्ठे लेकर चलना है और किसी भी हालत में उनके हितों का सरंक्षण करना है।
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