शिमला । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जयराम सरकार के चार साल के कार्यकाल के पूरा होने के अवसर पर आज मण्डी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान से राज्य के लिए लगभग 11,581 करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। यह दीगर है कि इनमें से सावड़ा कुडडू परियोजना जनवरी 2021 से कमर्शियल आपरेशन शुरू कर चुकी है और 120 करोड़ की बिजिली बेच चुकी है जबकि धौलासिंद्ध और लुहरी पन बिजली परियोजनाओं की भी डाइवर्जन टनलें लगभग बन चुकी हैं।
प्रधानमंत्री ने मण्डी से वर्चुअल माध्यम से हिमाचल प्रदेश पावर काॅरपोरेशन लिमिटेड की 2082 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 111 मेगावाट क्षमता की सावड़ा कुड्डू जल विद्युत परियोजना का लोकार्पण किया। शिमला जिले में पब्बर नदी पर प्रसिद्ध हाटकोटी मंदिर के समीप निर्मित इस परियोजना से प्रतिवर्ष 386 करोड़ यूनिट विद्युत उत्पादन होगा और एचपीपीसीएल के माध्यम से राज्य को लगभग 120 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त होगा। उन्होंने सिरमौर जिले में गिरी नदी पर 7000 करोड़ रुपये के रेणुका जी बांध और हमीरपुर व कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बनने वाले भारत सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम 66 मेगावाट क्षमता की धौलासिद्ध जल विद्युत परियोजना की आधारशिला भी रखी। सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित की जा रही इस परियोजना को 688 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने शिमला और कुल्लू जिलों में सतलुज नदी पर 1811 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली 210 मेगावाट क्षमता की लुहरी स्टेज.1 जल विद्युत परियोजना का शिलान्यास भी किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ उनके भावनात्मक संबंध हैं। उन्होंने राज्य सरकार को चार साल का महत्वपूर्ण कार्यकाल पूर्ण करने के लिए भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस डबल इंजन सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि महामारी के दौरान भी विकास की गति निर्बाध रूप से चलती रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोगों के लिए जीवन की सुगमता सबसे प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है और इसमें बिजली बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। आज शुरू की गई जल.विद्युत परियोजनाएं पर्यावरण के अनुकूल विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गिरी नदी पर बन रही श्री रेणुकाजी बांध परियोजना जब पूरी हो जाएगी तो एक बड़े क्षेत्र को इससे सीधा लाभ होगा। इस प्रोजेक्ट से जो भी आय होगी उसका भी एक बड़ा हिस्सा यहीं के विकास पर खर्च होगा।
प्रधानमंत्री ने नए भारत की बदली हुई कार्यशैली को दोहराया। पर्यावरण लक्ष्यों से जुड़े कार्यों की रफ्तार पर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने 2016 में ये लक्ष्य रखा था कि वो साल 2030 तक अपनी कुल स्थापित बिजली क्षमता का 40 फीसद गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से पूरा करेगा। भारत ने अपना ये लक्ष्यए इस साल नवंबर में ही प्राप्त कर लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा देश जिस प्रकार से पर्यावरण को बचाते हुए विकास को गति दे रहा हैए उसकी विश्वभर में प्रशंसा हो रही है। सोलर पावर से लेकर हाइड्रो पावर तक, पवन ऊर्जा से लेकर ग्रीन हाइड्रोजन तक, देश रिन्यूएबल एनर्जी के हर संसाधन को पूरी तरह इस्तेमाल करने के लिए निरंतर काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने सिंगल यूज प्लास्टिक के उन्मूलन के विषय पर कहा कि पहाड़ों को प्लास्टिक की वजह से जो नुकसान हो रहा है उसे लेकर सरकार उसे लेकर भी सतर्क है। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ देशव्यापी अभियान के साथ ही सरकार प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर भी काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में दवा क्षेत्र के विकास की सराहना करते हुए कहा कि यदि भारत को आज दुनिया की फार्मेसी कहा जाता है तो इसके पीछे हिमाचल की बहुत बड़ी ताकत है। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान हिमाचल प्रदेश ने ना सिर्फ दूसरे राज्यों बल्कि दूसरे देशों की भी मदद की है।
राज्य के शानदार प्रदर्शन के बारे में चर्चा करते हुएए प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल ने अपनी पूरी वयस्क जनसंख्या को वैक्सीन देने में सबसे बाजी मार ली। यहां जो सरकार में हैं वो राजनीतिक स्वार्थ में डूबे नहीं बल्कि उन्होंने पूरा ध्यान हिमाचल के एक.एक नागरिक को वैक्सीन कैसे मिलेए इसमें लगाया है।
इससे पूर्वए प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी स्थल का दौरा किया और प्रदर्शनी में गहरी रूची दिखाई।
मण्डी में 28197 करोड़ रुपये की 287 निवेश परियोजनाओं की दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मण्डी में हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्ज़ मीट की दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की भी अध्यक्षता की। इस आयोजन में 28हजार 197 करोड़ रुपये लागत की 287 निवेश योग्य परियोजनाओं को धरातल पर उतारा गया। इन परियोजनाओं से क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के साथ.साथ लगभग एक लाख रोजगार के अवसर सृजित होने की सम्भावना है।
मेगा परियोजनाओं में एसजेवीएनएल की ओर से 7000 करोड़ रुपये की लागत की रेणुकाजी बांध परियोजना, मैसर्ज़ एसएमपीपी प्राइवेट लिमिटेड की 2000 करोड़ रुपये लागत का राज्य का पहला डिफेंस पार्क, मैसजऱ् किनवन प्राइवेट लिमिटिड की 850 करोड़ रुपये लागत की एपीआई इकाई, मैसजऱ् इंडो फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड की 510 करोड़ रुपये लागत से राज्य का पहला डिफेंस पार्क शामिल हैं। इसके अलावा उद्योग और ऊर्जा के साथ.साथ पर्यटनए स्वास्थ्यए आयुर्वेद आदि क्षेत्रों से सम्बन्धित परियोजनाएं भी धरातल पर उतारी गईं।
उन्होंने इस अवसर पर राज्य की स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति का अनावरण भी किया।
प्रधानमंत्री ने वर्तमान राज्य सरकार की चार वर्ष की उपलब्धियों पर आधारित सेवा और सिद्धि के 4 साल समृद्धि के काॅफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। यह काॅफी टेबल बुक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने तैयार की गई है। इस अवसर पर वर्तमान राज्य सरकार की विभिन्न उपलब्धियों पर आधारित विभाग द्वारा निर्मित वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया।
मुख्यमंत्री ने शाॅल हिमाचली टोपी और त्रिशूल भेंट कर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
इससे पूर्वए मण्डी के कंगनीधार हैलीपैड पर प्रधानमंत्री के आगमन पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और प्रदेश मंत्रिमण्डल के सदस्यांे ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने छोटी काशी मण्डी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस छोटी काशी को धार्मिक पर्यटन के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मंडी के कंगनीधार में 183 करोड़ रुपये की लागत से शिवधाम का निर्माण किया जा रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के इतिहास में एक रिकार्ड है कि प्रधानमंत्री ने एक दिन में ही 11हजार 581 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परियोजना रेणुका जी जिसकी आधारशिला आज प्रधानमंत्री ने रखी है में 40 मेगावाट विद्युत क्षमता वाले सतही विद्युत घर में न केवल 200 मिलियन यूनिट ऊर्जा का उत्पादन होगा बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली को प्रति सेकंड 23 क्यूबिक मीटर पानी की आपूर्ति से दिल्ली की 40 प्रतिशत पेयजल की आवश्यकता पूरी होगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि प्रदेश उनकी घोषणा के अनुसार 3 जनवरीए 2022 से राज्य में प्रभावी रूप से बूस्टर तथा प्रीकाॅशनरी डोज लगवाएगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार कठिन परिश्रमए समर्पण तथा लोगों की सेवा करते हुए राज्य में प्रत्येक पांच वर्ष के बाद सरकार बदलने की प्रथा को तोड़ने के लिए प्रयास करेगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 6 सितम्बर को अपने संबोधन में राज्य के लिए निर्धारित किए गए छः लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भी प्रदेश प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ड्रोन तकनीक को व्यापक स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें स्वास्थ्य तथा अन्य क्षेत्रों पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टांडा से धर्मशाला तक ड्रोन तकनीक के माध्यम से दवाइयां पहुचाई गई।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश तथा प्रदेशवासियों के लिए विशेष स्नेह रखते हैं।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, सांसद कांगड़ा संसदीय क्षेत्र किशन कपूर, सदस्य राज्यसभा इन्दु गोस्वामी प्रधानमंत्री के साथ मंच पर उपस्थित थे जबकि हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक, विभिन्न बोर्ड तथा निगमों के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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