शिमला। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट मंडी के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर आज सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है उसे तो पूरा करना ही पडेगा।हालांकि उन्होंने दावा किया कि इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार के पास कोई भी पैसा नहीं हैं।
याद रहे बीते रोज ही मंडी के किसानों का प्रतिनिधिमंडल बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री से मिला था। समिति ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि सामाजिक प्रभाव रपट के मुताबिक बल्ह बल्ह की जमीन बेहद उपजाउ है इसलिए इस एयरपोर्ट को वैकल्पिक जगह पर बनाया जाए।समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रेम दास चैधरी ने कहा कि पिछले पांच सालों से जयराम सरकार इस एयरपोर्ट को उपजाउ जमीन पर बनाने को लेकर अडी हुई हैं। लेकिन इसके लिए उपयुक्त जगह जाहू हैं जो तीन जिलों मंडी,बिलासपुर और हमीरपुर को जोडता हैं। वहां पर जमीन भी बंजर हैं। 80 फीसद जमीन सरकारी है 20 फीसद जमीन निजी हैं। विस्थापन भी कम होगा।
समिति के सचिव नंदलाल वर्मा ने कहा कि यह प्रचार किया जा रहा है कि ज्यादातर लोग जमीन को देने को तैयार है जो पूरी तरह से गलत हैं। इसके अलावा 88 फीसद किसानों ने उपजाउ जमीन के बदले जमीन मांगी हैं। इसके अलावा रोजगार की शर्त भी रखी हैं।
आज सदन में इस मसले पर भाजपा विधायक इंद्र सिंह गांधी,विनोद कुमार व कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा की ओर से पूछे प्रश्न के जवाब में कहा कि इस एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित होने वाली जमीन की एवज में 2786 करोड रूपए का मुआवजा देना होगा और इसके निर्माण पर अधिग्रहण की लागत समेत आठ हजार 34 करोड का अनुमान है और छह महीने बाद यह लागत नौ हजार करोड हो जाएगी।
सुक्खू ने कहा कि केंद्र से जो एक हजार करोड आना था वह नहीं आया है। सुक्खू ने विपक्षी विधायकों से आग्रह किया कि हम सब केंद्रीय वित मंत्री से मिलते है और उनसे पैसा मांगते है। सुक्खू ने कहा कि यह पूर्व मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है इसे तो पूरा करना ही पडेगा।
सुक्खू ने कहा कि जल्द ही इसका शिलान्यास भी होगा। इस मामले में आगे बढना होगा। उन्होंने कहा कि कांगडा के एयरपोर्ट का भी विस्तार किया जाएगा।
(90)