शिमला। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य वित मंत्री अनुराग ठाकुर की गैरमौजूदगी में बीती शाम को हुई भाजपा चुनाव समिति की बैठक में न पच्छाद और न ही धर्मशाला हलके के लिए किसी एक नाम पर सहमति हो सकी। चुनाव समिति की बैठक के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सती की बाद में ओकओवर में भी देर रात तक बैठक चलती रही । लेकिन तब भी कोई सहमति नहीं बनी। हालांकि पार्टी की शाम को ये मेगा बैठक हुई थी फिर घमासान मचा रहा । पार्टी में संगठन मंत्री पवन राणा ने परिवार वाद को लेकर अपने तेवर दिखाए। वह किश्न कपूर के बेटे की दावेदारी का विरोध कर रहे थे।
ऐसे में जिन नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी जताई थी उन सबके नाम आलाकमान को भेज दिए है। पार्टी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि पच्छाद से पांच नेताओं के जबकि धर्मशाला से सात नेताओं के नाम आलाकमान को भेजे गए है। वह दिल्ली नहीं गए। समझा जा रहा है कि जब आलाकमान से बुलावा आएगा तो वह दिल्ली जाएंगे।
समझा जा रहा है कि आलाकमान टिकट उन्हीं नेताओं को देगा जिनके नामों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हामी भरेंगे। पच्छाद से सांसद सुरेश कयश्प आज भी राजधानी में ही रहे। वह मजबूती से महिला नेता रीना कश्यप के लिए लाबिंग करने में जुटे है। धर्मशाला का जिम्मा संभवत: पार्टी के संगठन मंत्री पवन राणा के कंधों पर है।
महेंद्र सिंह पच्छाद व परमार धर्मशाला के प्रभारी
भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश में होने वाले दो विधान सभाओं पच्छाद व धर्मशाला के उप चुनाव के लिए जिम्मेवारियां तय कर दी है। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर को पच्छाद विधान सभा का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। जबकि स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार को धर्मशाला विधान सभा उप चुनाव का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। याद रहे वायरल हुए पत्र में विपिन परमार पर कई इल्जाम लगाए गए थे। परमार शांता कुमार के बेहद करीबी है।
सती ने कहा कि पच्छाद व धर्मशाला दोनों सीटें पूर्व में भी भाजपा ने जीती थी और इन उप चुनावों में भी भाजपा अपना विजयी परचम फिर से लहराएगी।
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