शिमला। शराब तस्करी की बात तो सुनी थी लेकिन जयराम सरकार की नाक के नीचे बददी में पेट्रोल-पंपों से डीजल तस्करी का भंडा फोड हुआ हैं। एक ही पेट्रोल पंप से पिछले अप्रैल से लेकर अब तक नौ करोड का डीजल तस्करी कर हरियाणा व झारखंड में बेच दिया गया । यह सब डीसी सोलन और एसपी बददी के अलावा पूरे प्रशासनकि अमले की नाक के नीचे बेरोकरोक टोक और बेखौफ होता रहा।
हिमाचल में हरियाणा से नौ रुपए प्रति लीटर के करीब डीजल सस्ता हैं। ऐसे में तसकरों ने नायाब तरीका निकाला और हिमाचल के पट्रोल पंपों से नौ करोड का डीजल बाहरी राज्यों के लिए चला गया।
यह खुलासा राज्य कर विभाग की ओर से की गई छापेमारी के दौरान हुआ हैं। विभाग ने खुफिया जानकारी मिलने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया था ।
जानकारी के मुताबिक बददी के इस पेट्रोल पंप को केंद्रीय बिक्री कर की चोरी और जुर्माने के तौर पर एक करोड रुपए का नोटिस भेजा है व पंद्रह दिनों के भीतर इस रकम को जमा करने के आदेश दिए हैं।
नहीं पकडे गए टैंकर
बददी के मानपुर के आसपास स्थित इस पेट्रोल पंप पर राज्य कर विभाग की टीम ने दस्तावेजों का औचक निरीक्षक करने के लिए दिसंबर महीने के तीसरे सप्ताह में एक टीम भेजी थी। दस्तावेजों का अवलोकन करने पर कई कुछ मिला। लेकिन जिन टैंकरों से यह तसकरी होती रही उनको नहीं पकडा गया हैं। चूंकि कर विभाग कर चोरी का ही मामला पकड सकती हैं।
नियमों के मुताबिक पेट्रोल पंपों से कोई भी टैंकर भर कर बाहरी राज्यों को नहीं ले जा सकता । यह नियमों के विपरीत है। लेकिन जयराम सरकार की नाक के नीचे यह सब बेरोकटोक चलता रहा। कहा जा है कि फर्जी बिल बनाए गए । पेट्रोल पंपों से बडे कारखानों और बडे निर्मार्ण कार्यों के लिए इंडियन आयल निगम की मंजूरी के बाद ही टैंकरों को भरने की अनुमति दी जाती हैं। यह टैंकर तीन हजार लीटर से कम के होते है। और इसके लिए पेट्रोल पंपों पर अलग से जेंटरी का प्रबंध होता हैं। लेकिन यहां पर 12 हजार लीटर के टैंकर सरेआम सडकों पर घूमते रहे।
राज्य आबकारी व कराधान आयुक्त युनुस ने कहा कि इस पेट्रोल पंप के संचालक को एक करोड रुपए का कर व जुर्माना भरने का नोटिस दिया गया हैं व आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
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