शिमला।मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लाडले व प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दावे का वो कोका कोला जैसी कंपनियों को उनके पेय में फल फ्रुट डालने का फरमान जारी करेंगे,का मजाक उड़ाया । सीएम के लाडले ने कहा कि कोका कोला, पेप्सी जैसे जितने भी पेय हैं,उनका अपना एक फार्मूला हैं व उनमें फल फ्रुट नहीं पड़ते हैं। दुनिया भर में ये कंपनियां कहीं भी अपना फार्मूला नहीं बदलती हैं।विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का 2017 का ये सबसे बड़ा झूठ हैं।
अगर उन्हें बागवानों की इतनी ही चिंता होती तो वो प्रदेश के लिए कोल्ड स्टोर मंजूर करते लेकिन उनकी सरकार ने अब तक केवल एक ही कोल्ड स्टोर मंजूर किया हैं।
पिता सीएम की निगाहबानी में बड़ा नेता बनने की प्रक्रिया से गुजर रहे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि ऐतिहासिक रिज पर अब तक जितने भी प्रधानमंत्रियों ने रैली की प्रदेश के लिए कुछ न कुछ दिया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के लिए कुछ भी नहीं दिया।
ये पूछे जाने पर कि युवा कांग्रेस व खुद सीएम ने प्रधानमंत्री मोदी से उनके शिमला आगमन पर कुछ भी नहीं मांगा। विक्रमादित्य ने बचकाना दलील देते हुए कहा कि सीएम ने पहले ही लिख कर विस्तृत मांग पत्र दिया हुआ था, जब वो ही मांगे पूरी नहीं हुई है तो, अब नए सिरे से कुछ मांगने का तो कोई औचित्य ही नहीं था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रिज पर हुई रैली के दौरान सरकार की तरह ही बीजेपी नेताओं ने भी प्रदेश के लिए कुछ नहीं मांगा था। पूर्व मुख्यमंत्री धूमल तो यहां तक कह गए थे कि मोदी ने पहले ही बहुत ज्यादा दे दिया हैं। विक्रमादित्य के स्तर का कोई युवा कुछ इस तरह की बात करे तो समझ में आता हैं लेकिन सीएम वीरभद्र के अलावा धूमल व नडडा जैसे बड़े नेता भी कुछ न मांगे तो ये प्रदेश की जनता के साथ् मजाक के सिवा कुछ नहीं हैं।
बहरहाल, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह को खुद टिकट मिले या न मिले लेकिन उन्होंने दिलचस्प दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के ऐसे पांच –सात नेता हैं जिनको टिकट नहीं मिलने चाहिए। इस बावत युवा कांग्रेस को फीडबैक मिला हैं व उन्होंने इस फीडबैक को कांग्रेस के आला नेताओं तक पहुंचा भी दिया।हालांकि इस बावत कोई सबूत मीडिया के साथ शेयर नहीं किया गया। वो खुद कहां से लड़ेंगे इस सवाल को वो टाल गए।कांग्रेस में एक परिवार से एक ही सदस्य को टिकट देने का दबाव बनता जा रहा हैं।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रभारी व अब मोदी सरकार में मंत्री वीरेंद्र चौधरी को लपेटते हुए उन्होंने एक और बड़ा दावा किया कि भाजपा कांग्रेस के कई नेताओं व विधायकों को बीजेपी में ले जाने के लिए लुभा रही हैं। लेकिन बीजेपी इसमें कामयाब नहीं हो पाएगी। कोई मंत्री भी इनमें शामिल हैं,इस बावत उन्होंने कहा कि वो ये नहीं बता सकते। सफाई देते हुए कहा कि वीरेंद्र सिंह इस तरह के दावा करते फिर रहे हैं। याद रहे कि 2012 के विधानसभा चुनावों के दौरान वीरेंद्र चौधरी कांग्रेस पार्टी से हिमाचल के प्रभारी थे। बताते है कि वो उस समय भाजपा के साथ भी संपर्क में थे।
इसी बात को लेकर उनकी वीरभद्र सिंह के साथ तनातनी भी चली थी ।
उनका ये दावा मोदी की तरह ही जुमला हैं या इसमें कोई सच्चाई भी हैं,इसकी पुष्टि नहीं हो सकती क्योंकि विक्रमादित्य सिंह ने नाम लेने से इंकार कर दिया।
यही नहीं युकां अध्यक्ष ने यह कह कर कि युवा कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में जीतने वाले युवाओं को टिकट देने की सिफारिश करेगी,अपना कद बढ़ा हुआ दर्शाने का प्रयास किया।
प्रदेश भाजपा के नेताओं धूमल व नडडा के इन दावों को कि मोदी सरकार ने प्रदेश को 60 से ज्यादा नेश्नल हाईवे दिए हैं को नकार दिया व कहा कि उनके पिता व सीएम वीरभद्र सिंह ने 6 मई 2016 से 27 अक्तूबर तक मोदी सरकार को 18 चिटिठयां लिखी तब जाकर ये एनएच मिले लेकिन 59 एनएच में से अभी तक केवल दस एन एच की डीपीआर को सैंद्धातिक मंजूरी मिली हैं,जबकि डीपीआर के लिए मिलने वाले 200 करोड़ में से एक भी पैसा नहीं मिला हैं।
सीएम वीरभद्र सिंह ,उनके पुत्र व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व उनके लाडलों ने एक अरसे से एक दूसरे के खिलाफ जहर उगलने का अभियान छेड़ा हुआ हैं। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए वीरभद्र के पुत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम वीरभद्र को लेकर कहा कि वो अपना सारा समय वकीलों संग बिताते हैं।लेकिन एक नया सर्वे आया है जिसमें हिमाचल को सबसे कम भ्रष्टाचार वाला राज्य पाया गया हैं।ऐसे में धूमल सरकार में जो हजारों करोड़ों की जमीन हथिया ली वो बड़ा भ्रष्टाचार नहीं हैं।ये मामले अदालतों में चल रहे हैं।
उनके पिता के खिलाफ तो झूठे केस बनाए गए हैं व वो सुप्रीम कोर्ट,हाईकोर्ट का दरवाजा जरूर खटखटाएंगे।प्रधानमंत्री मोदी की डायलॉगबाजी को लेकर विक्रमादित्य ने कहा कि हिमाचल को यूपी, यूके व दिल्ली की प्रदूषित हवा नहीं चाहिए।
युकां अध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री धूमल से पूछा की वो उनकी चिटठी का जवाब तो दे दें।धूमल ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के दामाद की खातिर हिमाचल प्रदेश बीवरेज लिमिटेड का गठन किया गया हैं।
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