शिमला। नगर निगम शिमला चुनावों के लिए प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने आज से चुनावी बिगूल फूंक दिया है व इन चुनावों में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ही नहीं कांग्रेस अध्यक्षा व सांसद प्रतिभा सिंह की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हैं। साथ ही इस बार नगर निगम शिमला के चुनावों में तय हो जाना है कि नगर निगम चुनावों में सीएम सुक्खू का वर्चस्व रहेगा या पार्टी अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह वर्चस्व की अपनी जंग हार जाएंगी।
यह दीगर है कि सत्ता में आने के तीन महीने बाद भी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शिमला के डीसी को नहीं हटा पाए है जबकि कांग्रेस के पार्षद ही इल्जाम लगा रहे है कि शिमला नगर निगम के चुनावों का टालने में किन अधिकारियों की भूमिका रही हैं उसका सबको पता हैं। अब यह साफ नहीं हो रहा है कि अधिकारियों के फेरबदल के पीछे सुक्खू सरकार का दबदबा है या संगठन ने सुक्खू के हाथ बांध दिए हैं। यह दीगर है कि शिमला के एसपी को जरूर बदल दिया गया है । उन्हें हालीलाज कांग्रेस का करीबी बताया जाता हैं।
नगर निगम शिमला के अब तक हुए चुनावों में हालीलाज कांग्रेस का वर्चस्व रहा हैं। लेकिन यह सब तब था जब पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के हाथों में राजनीतिक रणनीति हुआ करती थी लेकिन अब सत्ता सुक्खू के हाथ में हैं। ऐसे में अंदेशा है कि इस बार नगर निगम के चुनावों में हालीलाज कांग्रेस और सुक्खू कांग्रेस में खूब खींचतान होगी।
नगर निगम चुनावों को लेकर आज पार्टी अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और शिमला नगर निगम चुनावों के लिये एकजुटता के साथ आगे आने का आहवान किया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के लिये शिमला नगर निगम चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण है और इसे हल्के से नही लिया जाना चाहिए।
प्रतिभा सिंह ने नगर निगम के बैठक में उपस्थित वार्ड के सदस्यों व कार्यकर्ताओं से पार्टी प्रत्याशियों को लेकर उनके सुझावों व विचारों को सुना व सभी से आग्रह किया कि पार्टी प्रत्याशी का चयन सर्वसम्मति से जीत की क्षमता रखने वाले कार्यकर्ता को अधिमान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिमला नगर निगम के विकास के लिए कांग्रेस की जीत बहुत ही आवश्यक है और इसके लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।
बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदेश मामलों के सह प्रभारी तजेंद्र पाल सिंह बिट्टू ने बैठक में उपस्थित सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि जिस प्रकार उन्होंने प्रदेश विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के लिये कार्य किया ठीक उसी प्रकार से पूरे जोश व होश के साथ पूरे उत्साह से नगरनिगम चुनावों में पार्टी की जीत के लिये कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत का एक बहुत बड़ा संदेश पूरे देश मे गया है और कांग्रेस की जीत का यह सिलसिला नगर निगम चुनावों में भी जारी रहना चाहिए।
इस बैठक में सुक्खू खेमे से कुसुम्पटी के विधायक व ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह के अलावा हालीलाज खेमे से शिमला ग्रामीण के विधायक लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह,शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा शामिल हुए। सुक्खू ने अपने राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा को इस बैठक में भेजा था। यहीं से अंदेशा लग रहा है कि इस बार नगर निगम शिमला के चुनावों में वर्चस्व की जंग होगी ।
याद रहे नगर निगम शिमला का कार्याकाल जून 2022 में समाप्त हो गया हैं लेकिन जयराम सरकार समय पर इन चुनावों को नहीं करवा पाई थी ।लोकतंत्र के तकाजे के हिसाब से यह जयराम सरकार की एक बडी नाकामी थी जिसे जनता जरूर याद रखेगी।
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