शिमला। माकपा समेत वामपंथी संगठनों ने वीरभद्र सिंह सरकार के दो मंत्रियों खादय व आपूर्ति मंत्री जी एस बाली और स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर की कारगुजारियों को जनविरोधी करार देते हुए आज राजधानी में सरकार के खिलाफ हमला बोला।
वामपंथी नेताओं ने कहा कि एक साल के कार्याकाल में वीरभद्र सिंह सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने के अलावा कुछ नहीं किया है।सीटू के प्रदेश अध्यक्ष व शिमला लोकसभा हलके से वामपंथी संगठनों के साझे प्रत्याशी जगतराम ने कहा कि प्रदेश के अस्पताल ठेकेदारों के सुपुर्द कर दिए गए है। अस्पतालों में लैबस कारपोरेट हाउस चला रहे है। डिपुओं से राशन गायब है।जनता बेहाल है। चीनी के रेट बढ़ाए जा रहे है।
वामपंथियों की ओर से आयोजित इन प्रदर्शनों में सीटू, शिमला नागरिक सभा, जनवादी महिला समिति, जनवादी नौजवान सभा,एसएफआई ने शिरकत की।
इस मौके पर वामपंथियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जगतराम ने कहा कि इस महंगाई के दौर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली से आम लोगों को उम्मीद थी लेकिन सरकार ने इस प्रणाली को ही तबाह कर दिया।वामपंथियों ने डिपुओं में मिलने वाले राशन की गुणवता पर भी सवालिया निशान लगाया। वामपंथियों ने कहा कि डिपुओं पर राशन न मिलने के लिए सरकार जिम्मेदार है और सरकार दंड डिपु होल्डरों को दे रही है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली को डायरेक्ट कैश ट्रांसफर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के ढांचे को खत्म करने की साजिश है व वामपंथी संगठन इसका जमकर विरोध किया जाएगा।
वामपंथी संगठनों ने बाली और कौल सिंह ठाकुर को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपे।
वामपंथियों ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को मुनाफा कमाने का धंधा बना दिया है जो न्यायसंगत नहीं है।
उन्होंने कहा सरकार अस्पतालों में मरीजों के टेस्ट निजी फर्मों से करवा कर सरकारी ढांचे को तबाह करनेकी साजिश कर रही है।
वामपंथियों ने दोनों मंत्रियों समेत प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार को आगाह किया कि वह जनता के खिलाफ फैसले लेने से बाज आए और निजी करण समेत सारे जनविरोधी फैसलों को वापस लें। अन्यथा वामपंथी संगठन सरकार के खिलाफ प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ देंगे।
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