शिमला। वाराणसी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के काॅन्क्लेव में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बड़ा दावा किया कि प्रदेश में कि शून्य बजट प्राकृतिक खेती से किसानों की आय में 63.6 फीसद वृद्धि दर्ज की गई है। फसल विविधिकरण को बढ़ावा मिला है क्योंकि किसान कम से कम नौ फसलें एक साथ उगा रहे हैं। उन्होंने इस कन्क्लेव में शून्य बजट प्राकृतिक खेती को लेकर विस्तृत प्रस्तुति दी और कहा कि शून्य बजट प्राकृतिक खेती करने से उत्पादन और किसानों की आय में भी में वृद्धि हुई है। याद रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काॅन्क्लेव की अध्यक्षता की व उन्होंने राज्यों कीओर से केन्द्र प्रायोजित विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है और राज्य सरकार किसानों की आय को कई गुणा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार प्राकृतिक खेती की विभिन्न तकनीकों जैसे गोमूत्र, गोबर और अन्य स्थानीय उर्वरकों का प्रयोग कर उगाए गए कृषि एवं बागवानी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए जागरूक किया जा रहा है व राज्य प्राकृतिक खेती की श्रेष्ठ पद्धति को बढ़ावा देने के लिए दृढ़ प्रयास कर रहा है और किसानों को इस पद्धति को अपनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। राज्य में 2018 में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती खुशहाल योजना शुरू की गई व प्राकृतिक खेती के लिए 153643 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है और वर्तमान में 9192 हेक्टेयर भूमि पर इस पद्धति से खेती की जा रही है।
जय राम ठाकुर ने राज्य में केन्द्र व राज्य की योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की उन्नति व जनकल्याण के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।काॅन्क्लेव में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों ने भाग लिया।
कृषि निदेशक ने यह कहा
उधर, मुख्यमंत्री के किसानों की आय को लेकर किए गए दावे को पूछे गए सवाल के जवाब में निदेशक कृषि एन के धीमान ने कहा कि इन किसानों की लागत घटी है व आर्गेनिक उत्पाद होने की वजह से फसलों के दाम भी ज्यादा मिले है।
उन्होंने कहा कि यह किसानों की विभिन्न साक्षात्कारों के बाद यह पाया गया है कि इन किसानों को खाद, कीटनाशक व खरपतावार को हटाने के लिए जो श्रम कीमत देनी पड़ती थी वह कम हो गई। प्रदेश में प्राकृतिक या शून्य बजट खेती करने वाले किसानों की तादाद 1 लाख 53 हजार तक पहुंच गई है। इनकी आय में कीतनी बढ़ोतरी हुई है इस बावत कृषि विवि को शोध करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि यह बढोतरी सभी किसानों की नहीं है जो शून्य बजट खेती कर रहे है , उन्हीं की हैं।
काशाी विश्वनाथ मंदिर में शीश नवाया
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनकी पत्नी साधना ठाकुर ने आज काशी विश्वनाथ मंदिर में शीश नवाया और वाराणसी में पूजा अर्चना की । इस दौरान उन्होंने नवनिर्मित मंदिर परिसर का अवलोकन भी किया और मंदिर ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने बातचीत भी की। उन्होंने भगवान काल भैरव मंदिर में भी पूजा अर्चना की।
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