शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा भारी बारिश और बर्फबारी से मची तबाही से उबरने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से चलाया गया राहत व बचाव कार्य अब तक सबसे बड़ा बचाव कार्य था।
उन्होंने कहा कि कुल्लू के दोबी में पानी के बीच फंसे 19 लोगों को वायुसेना के हेलीकाप्टरों नहीं उठाया गया होता तो उन्हें नहीं बचाया जा सकता था। क्योंकि एक घंटें बाद अंधेरा होने वाला था ।मुख्यमंत्री आज सचिवालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लाहुल स्पिति में फंसे हजारों लोगों को निकालने के लिए रोहतांग टनल वरदान साबित हुई। सरकार को बारिश का तो अंदाजा था लेकिन लाहुल स्पिति में इतनी बर्फबारी हो जाएगी ऐसा नहीं सोचा था। लेकिन बावजूद इसके राहत व बचाव दल जानें बचाने में कामयाब रहेंं। ज्यादा जाने नहीं गई। उन्होंने कहा कि अब इस तरह की आपदाओं के लिए तैयार रहा जाएगा।
उन्होंने कहा कि आपदाओं को देखते हुए राज्य सरकार केंद्र से राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की बटलियन की मांग करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में एनडीआरएफ की बटालियन मंजूर की हैं। इसके लिए सरकार जल्द ही जमीन मुहैया करा देगी।
उन्होंने कहा कि इस बटालियन को वहां स्थापित किया जाएगा, जहां आपदाओं की ज्यादा घटनांए होती हैं।कें द्र में वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों के मुख्य सचिव की दौड़ में होने के बावजूद प्रदेश में ही तैनात 1985 बैच के अधिकारी को मुख्य सचिव के बनाने के मसले पर उन्होंने कहा कि उनसे सभी अधिकारियों ने बातचीत की थी।
उपमा चौधरी भी उनसे मिली थी । इन अधिकारियों ने कहा कि वह केंद्र में ठीक सेटल हैंं। ऐसे में राज्य में तैनात वरिष्ठ आइएएस अधिकारी को चुना गया । याद रहे कि 1983 बैच की अधिकारी उपमा चौधरी मुख्य सचिव बनने के लिए पूरा जोर लगाए हुए थे।
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