शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपना पहला बजट भाषण शेर पढ़ कर शुरू किया । उन्होंने शेर पढ़ा ‘मुझे ऊंचाइयों पर देख कर हैरान है कुछ लोग,पर उन्होंने मेरे पैरों के छाले नहीं देखें है।’
जयराम ठाकुर ने पूर्व की वीरभद्र सिंह सरकार पर अप्रत्याशित कर्ज लेने का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में 18787 करोड़ रुपए का कर्ज लिया। यह पहले के पांच सालों में लिए कर्ज की तुलना में 246 फीसद ज्यादा था।
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2007 में जब प्रदेश में भाजपा की धूमल सरकार सता में आई तो प्रदेश का कर्ज 19947 करोड़ रुपए था।
भाजपा की धूमल सरकार ने पांच सालों में 7621 करोड़ का कर्ज लिया। जअ दिसंबर 2012 में भाजपा सरकार सता छोड़ कर गई थी तो प्रदेश का कर्ज27598 करोड़ था। लेकिन जब दिसंबर 2017 में कांग्रेस की वीरभद्र सिंह सरकार ने सता छोड़ी तो प्रदेश का कर्ज 46385 करोड़ हो चुका था। जयराम ठाकुर ने कहा कि दिसंबर 2012 से दिसंबर 2017 तक वीरभद्र सरकार ने 18787 करोड़ रुपए का कर्ज लिया । अंजाम ये हुआ कि प्रदेश सरकार को सालाना 3500 करोड़ रुपए केवल ब्याज पर अदा करने पड़ रहे है।
जयराम मंत्रिमंडल ने राशन कार्ड पर रियायतें दरों पर मिलने वाले राशन लेने से खुद को अलग किया। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री ये राशन नहीं लेंगे।
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपना पहला बजट भाषण शेर पढ़ कर शुरू किया । उन्होंने शेर पढ़ा ‘मुझे ऊंचाइयों पर देख कर हैरान है कुछ लोग,पर उन्होंने मेरे पैरों के छाले नहीं देखें है।’
जयराम ठाकुर ने पूर्व की वीरभद्र सिंह सरकार पर अप्रत्याशित कर्ज लेने का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में 18787 करोड़ रुपए का कर्ज लिया। यह पहले के पांच सालों में लिए कर्ज की तुलना में 246 फीसद ज्यादा था।
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2007 में जब प्रदेश में भाजपा की धूमल सरकार सता में आई तो प्रदेश का कर्ज 19947 करोड़ रुपए था।
भाजपा की धूमल सरकार ने पांच सालों में 7621 करोड़ का कर्ज लिया। जअ दिसंबर 2012 में भाजपा सरकार सता छोड़ कर गई थी तो प्रदेश का कर्ज27598 करोड़ था। लेकिन जब दिसंबर 2017 में कांग्रेस की वीरभद्र सिंह सरकार ने सता छोड़ी तो प्रदेश का कर्ज 46385 करोड़ हो चुका था। जयराम ठाकुर ने कहा कि दिसंबर 2012 से दिसंबर 2017 तक वीरभद्र सरकार ने 18787 करोड़ रुपए का कर्ज लिया । अंजाम ये हुआ कि प्रदेश सरकार को सालाना 3500 करोड़ रुपए केवल ब्याज पर अदा करने पड़ रहे है।
जयराम मंत्रिमंडल ने राशन कार्ड पर रियायतें दरों पर मिलने वाले राशन लेने से खुद को अलग किया। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री ये राशन नहीं लेंगे।
बजट में सिंचाई के लिए नई योजना बिजली से खेती को बल योजना शुरू करने का एलान किया गया इसके लिए 250 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है । इसके अलावा 200 करोड़ रुपए की सौर सिंचाई योजना भी शुरू करने की घोषणा की गईहै। सिंचाई के लिए बिजली दरों को भी कम कर दिया गया है। इसे अब एक रुपए प्रति यूनिट से 75 पैसे कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश को आगामी पांच सालों में जैविक खेती राज्य बना देगी। सौर बाढ़ के लिए 35 करोड़,एंटी हेल गन पर उपदान 60 फीसद कर दिया गया है।तीन सौ करोड़ की विविध फसल योजना का एलान किया है।
जयराम ने प्रदेश में बिकने वाली हरेक शराब की बोतल पर एक रुपए सेस लगाने का एलान किया है।इससे आठ करोड़ रुपए की आय होने कर अनुमान है व इसे गौवंश योजना के लिए रखा जाएगा।
सूखे की वजह से मनरेगा के तहत मिलने वाले रोजगार दिनों को सौ दिनों से बढ़ाकर 120 कर दिया है।
बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने जिला परिषद के अध्यक्ष के मानदेय को 11 हजार,उपाध्यक्ष के 7500 और सदस्य के मानदेय को 4000 प्रति महीना कर दिया हैत्र इसी तरह बीडीसी अध्यक्ष का मानदेय 6500,उपाध्यक्ष का 4500 और सदस्यों के मानदेय को 3500 कर दिया गया है़। पंचायत प्रधानों के मानदेय को 4000,उपप्रधान के मानदेय को 2500 रुपए कर दिया गया है।
बीती सरकार की ओर से योगगुरु बाबा राम देव की जमीन को दोबारा पटटे के आधार पर देने के लिए पटटा नियमोंमें बदलाव किया था। अब जयराम सरकार ने इन पटटा नियमों में बदलाव करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है।
जारी़——
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