शिमला।कांग्रेस छोड़ने के बाद लाहुल स्पिति से भाजपा के टिकट पर प्रत्याशी बनाए गए पूर्व कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर ने सुक्खू सरकार की ओर से प्रताड़ना के लेकर चलाए गए कथित अभियान के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए कमेटी गठित करने की मांग की हैं। साथ ही उन्होंने हिमाचल से भाजपा के चारों लोकसभा सांसदों और तीनों राज्यसभा सांसदों से राज्यसभा चुनावों में साथ देने वाले सभी पूर्व कांग्रेस विधायकों के उत्पीड़न के मामले को केंद्र सरकार व संगठन के स्तर पर उठाने का आहवान किया हैं।
राज्यसभा चुनावों के दौरान क्रास वोटिंग करने पर लेने देन के इल्जामों को लेकर दर्ज एफआइआर की जांच का सामना कर रहे रवि ठाकुर ने रिपोर्टर्ज आइ से बातचीत में कहा कि लोकसभा सांसद कंगणा रणौत, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर,सुरेश कश्यप,राजेश भारदवाज के अलावा राज्यसभा सासंद इंदु गोस्वामी,हर्ष महाजन और सिकंदर कुमार के अलावा प्रदेश प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को मिल बैठकर रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के पक्ष में राज्यसभा चुनावों में मतदान करने वाले सभी नौ पूर्व विधायकों के खिलाफ सुक्खू सरकार ने जिस तरह से अभियान चला रखा है उसके खिलाफ ज्यादा केंद्रित होकर काम करने की जरूरत हैं। अन्यथा इन सभी नौ पूर्व विधयकों का उत्पीड़न होता रहेगा।
उन्होंने कहा कि उनके उपचुनावों के दौरान मनाली स्थिति घर व सड़क में तोड़ फोड़ की गई। उनकी पत्नी के मायके कुल्लू में घर पर तोड़ फोड़ की गई। उन्होंने इल्जाम लगाया कि उस दौरान उनकी बेटी लाहुल स्पिति से कुल्लू आ रही थी तो पुलिस ने उसको जलोड़, लारजी और बालीचौकी में रोका व उनके सूटकेस की छानबीन की जबकि वहां पर कोई महिला आरक्षी साथ नहीं थी। वह इन तमाम मसलों को केंद्र सरकार के संस्थाओं के अलावा प्रदेश में भी उठा रहे हैं। इन पर कार्यवाही होनी चाहिए। बिंदल , जयराम के अलावा सभी सातों सांसदों को हम सभी नौ के नौ पूर्व विधायकों का साथ देना चाहिए। ये पूछे जाने पर कि क्या भाजपा ने उन्हें अकेला छोड़ दिया हैं, रवि ठाकुर ने कहा कि उन्हें भाजपा कार्यकारिणी का सदस्य बनाया बनाया गया हैं। हाईकोर्ट में उन्होंने अंतरिम जमानत ली जो वहां भी वकील पार्टी की ओर से किया गया है लेकिन जिस स्तर पर सुक्खू सरकार का अभियान चल रहा है उसके लिए ज्यादा ताकत से भिड़ने की जरूरत महसूस हो रही हैं।
उन्होंने भी कुल्लू व मनाली वाले अपने मामले में मामले दर्ज कर रखी है लेकिन उनमें कोई जांच नहीं हो रही हैं।
उन्होंने दावा कि क्रास वोटिंग करने वाले नौ विधायकों की वजह से राज्यसभा में भाजपा की सीट बढ़ी हैं। इसके अलावा प्रदेश में विधानसभा में भी भाजपा की सीटें 25 से 28 हुंई और चारों लोकसभा की सीटें भाजपा की झोली में पड़ी हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सुक्खू सरकार का पूरा जोर विधानसभा के उपचुनाव जीतने पर रहा उन्होंने लोकसभा चुनावों पर फोकस ही नहीं किया।
ऐसे में भाजपा का साथ देने वाले इन सभी नौ नेताओं की जंग को भाजपा की ओर से ज्यादा ताकत से लड़ने की जरूरत हैं।
पूर्व विधायक व भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य रवि ठाकुर आज आज बालूगंज थाने में जांच में शामिल हुए हैं।
याद रहे राज्यसभा चुनावों के दौरान भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट करने वालों में तत्कालीन कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर भी शामिल थे। इसके अलावा राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, इंदर दत लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भूटटो शामिल थे। इनमें से सुधीर शर्मा और इंदरदत लखनपाल ही भाजपा के टिकट पर उप चुनाव जीत पाए। तीन आजाद विधायक होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा ने भी कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ वोट दिया था। इनमेंं से केवल आशीष शर्मा ही जीत पाए। ये सभी नेता सुक्खू सरकार पर अपना उत्पीड़न होने के दावे कर रहे हैं।
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