शिमला। राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग कर व विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में शिमला पुलिस की ओर से दर्ज एफआइआर में आरोपी पूर्व कांग्रेस विधायक व अब गगरेट विधानसभा हलके ये भाजपा प्रत्याशी चैतन्य शर्मा के पिता पूर्व आइएएस अधिकारी राकेश शर्मा जांच में तो शामिल हुए लेकिन उन्होंने पुलिस के प्रश्नों के जवाब नहीं दिए। ये दावा शिमला पुलिस की ओर से किया जा रहा हैं। राकेश शर्मा को शिमला पुलिस की ओर से पूछताछ के लिए दोबारा से बुलाया जाएगा।
शिमला एसपी संजीव गांधी की माने तो इस मामले में राकेश शर्मा समेत कइयों की संलिप्तता सामने आ रही हैं। कई कडि़या आपस में जुड रही हैं।
फार्मा कंपनी जिसने ललित होटल के कमरों जिनमें ये नौ विधायक ठहरे थे, का पौने पांच लाख का बिल अदा किया था के कर्ताधर्ता राजीव माटा से भी पूछताछ हो चुकी है। ललित होटल में ठहरने वाले विधायकों में सुजानपुर से पूर्व विधायक व हालीलाज कांग्रेस के खासमखास व अब सुजानपुर से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा,हालीलाज कांग्रेस के दूसरे बेहद करीबी तत्कालीन कांग्रेस विधायक व अब बडसर से भाजपा प्रत्याशी इंदर दत लखनपाल,हमीरपुर से आजाद प्रत्याशी आशीष शर्मा,देहरा से आजाद विधायक होशियार सिंह, लाहुल स्पिति से तत्कालीन कांग्रेस विधायक व भाजपा प्रत्याशी रवि ठाकुर,धर्मशाला से हालीलाज कांग्रेस के करीबी व अब भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा,नालागढ़ से आजाद प्रत्याशी के एल ठाकुर और तत्कालीन कांग्रेस विधायक व अग गगरेट से भाजपा प्रत्याशी चैतन्य शर्मा इत्यादि ठहरे थे।
समझा जा रहा है कि पुलिस के पास कई राज खुल चुके हैं।
इसके अलावा जांच में ये भी सामने आ रहा है कि जिन उड़नखटोलों में ये इन विधायकों को उड़ाया गया था उनका नौ लाख रुपए प्रति घंटा किराया था। ये किराया एक करोड़ रुपए से ज्यादा का बनता हैं। ये किसने अदा किया है इसकी तह तक पहुंचने के लिए शिमला पुलिस कसरत कर रही हैं।
बहरहाल ,इस मामले में हाईकोर्ट में अगली तारीख 24 मई लगी है व तब तक पुलिस के हाथ क्या लगता है इसका सबको इंतजार हैं। समझा जा रहा है कि राकेश शर्मा के बाद हमीरपुर से आजाद विधायक आशीष शर्मा को भी पूछताछ को बुलाया जाएगा।याद रहे इस मामले में आरोपी बनाए गए राकेश शर्मा व हमीरपुर से आजाद विधायक आशीष शर्मा को हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिली हुई हैं। पुलिस इनकी अंतरिम जमानत को खारिज करने के लिए हर सुनवाई में दलीलेंं दे रही है।
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