शिमला। बीती रात को टांडा में सांप के डंसने के बाद गंभीर युप से टांडा अस्पताल में लाए गए एक मरीज के ईलाज में कोताही बरतने वाले स्टाफ के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए है। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने इस बात के आदेश आज सदन में दिए व कहा कि दोषी पाए जाने वाले स्टाफ के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी।
इस मसले को शाहपुर से कांग्रेस विधायक व मुख्य उप सचेतक केवल सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल के बाद उठाया व कहा कि उन्हें रात को सवा दो बजे के करीब फोन आया। टांडा अस्पताल में सांप के डसने के बाद आशीष पाधा नामक व्यक्ति को लाया गया था। लेकिन उन्हें वेंटिलेटर नहीं मिला। जबकि टांडा में 92 वेंटिलेटर हैं। पठानिया ने कहा कि उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों व डाक्टरों से बात की लेकिन उन्हें वेंटिलेटर नहीं मिला।
आखिर में सवा छह बजे मरीज की मौत हो गई। पठानिया ने कहा कि जिन लोगों ने कोताही बरती उनके खिलाफ जांच की जाए और कमेटी का गठन किया जाए। इस बावत स्पीकर कुलदीप पठानिया ने केवल पठानिया से सहमति जताई।
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने सदन में भरोसा दिलाया कि जिन्होंने कोताही बरती है उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी।
(40)