शिमला। ‘प्रेम जब बोलता है तो प्रेम से ही बोलता है,आप भद्र है तो भ्रद्रता से सुनना चाहिए” ये डायलॉग आज विधनसभा में विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की जुबान से सदन में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के लिए निकला। सुबह प्रश्नकाल के दौरान धूमल कुछ कहने के लिए खड़े हुए, तो वीरभद्र सिंह अचानक अपनी सीट से उठे और धूमल की ओर से मुखातिब होकर बोले शांति से,प्रेम से बोले। इस पर धूमल ने ये डायलॉग मार डाला।
इस पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह थेड़े आवेश में आ गए और आवेश भरे लहजे में कह उठे,हमें पता है आप कितने प्रेम से बोलते है। आप दो बार मुख्यमंत्री बने और मुझे दोनों बार सेशन कोर्ट झेलना पड़ा।
इस पर धूमल ने कहा कि आप पहले भी इस तरह की बातें करते रहे । एक स्पेशल सेशन बुलाया जाए जिसमें किस- किस ने क्या किया है उसकी चर्चा की जाए। सदन में दोनों के ये डायलॉग व नोकझोंक दिलचस्प रही। गाहे बगाहे प्रेम चोपड़ा की याद भी आ गई।
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