शिमला। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को उनकी सरकार में दी गई जमीन के मामले में कहा कि वीरभद्र सिंह खुद ही इंवेस्टीगेटर भी है व प्रॉस्क्यिूटर है और खुद ही जज है।उन्हें विजीलेंस जो सेलेक्टिव सूचनाएं देता है वो उन्हीं पर अपनी प्रतिक्रिया दे देते है।
भाजपा के प्रदर्शन के बाद धूमल विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एचपीसीए को अलॉट की गई जमीन का बचाव करते हुए कहा कि सरकार को ये पता ही नहीं है कि जमीन लैंड अलाटमेंट पुल में से दी गई है। इसमें से 50 प्रतिशत जमीन रिजर्व रहती है। एचपीसीए को तो कुल 3 हैक्टेयर जमीन दी गई है।पंचायत से मंजूरी ली गई है।
उन्होंने कहा कि विलेज कॉमन लैंड एक्ट को लेकर हल्ला मचाया जा रहा है उसके तहत ये जमीन आती ही नहीं है ।जिन लोगों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाया।अंतर राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट कराए उन लोगों की जांच की जा रही है। जबकि कुछ लोग टूर्नामेंट के नाम पर लाखों रुपए विज्ञापन से कमा रहे वो एक खेम का मैदान नहीं बना पाए है।
धूमल ने वीरभद्र को आगाह किया कि जिन लोगों के महल शीशे के होते है उन्हें दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए।
(0)