शिमला। जयराम सरकार के पिछले पांच साल के कार्याकाल में भर्तियों में भारी धांधलियों व लेनदेन का इल्जाम लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने जांच आयोग बिठाकर इन धांधलियों की जांच कराने का एलान किया है। अखिल भारतीय कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेडा ने आज राजधानी में जयराम सरकार की पांच साल की कथित कारगुजारियों को लेकर 23 पन्नों का आरोपपत्र जारी किया व कहा कि कांग्रेस इसे राज्यपाल को नहीं सौंपेंगी। सता में आने पर खुद जांच कराएंगी। अब कांग्रेस की सरकार को तो आने ही वाली हैं।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सता में आने पर कांग्रेस सरकार इन तमाम भर्तियों को लेकर कमिशन आफ इंक्वारी बिठाएगी व तमाम धांधलियों का पर्दाफाश कर जिन लोगोंं ने भी धांधलियां की है उन्हें सलाखों के पीछे भेजेंगे।
उन्होंंने कहा कि पिछले छह महीनों में जयराम सरकार ने दर्जनों ऊल जलूल फैसले लेकर लोगों को गुमराह किया है। कांग्रेस सता में आने पर छह महीने में लिए गए फैसलों की समीक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार में जो जुंडली उनके इर्द गिर्द घूमती रही उन्हें भी जांच के दायरे में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक जितने भी मुख्यमंत्री सता में रहे उनमें से किसी को हिमाचल निर्माता, किसी को आधुनिक हिमाचल का निर्माता, किसी को पानी का तो किसी को सडकों के मुख्यमंत्री के नाम से जाना जाता है। लेकिन जयराम ठाकुर हिमाचल के इतिहास में पहले ऐसे मुख्यमंत्री रहे है जिन्हें नौकरी बेचने वाले मुख्यमंत्री के नाम से जाना जाएगा।
उन्होंने इल्जाम लगाया कि पुलिस भर्ती में 6 से आठ लाख रुपए में पेपर बेचे गए। 2020 में भी व 2022 में भी पेपर लीक हुए और जिन्होंने खरीदे वह सवा सौ के करीब लोग जेल व जमानत पर है जबकि बेचने वाले सचिवालय व पुलिस मुख्यालय में बैठे हैं।पंप आपरेटरों के पेपर चार चार लाख में बिके स्टाफ सर्विस कमिशन में लाडलों को अलग कमरेंं में बिठा कर पास कराया गया। गैर हिमाचलियों को नौकरियां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार के पतन की गाथा तो बेरोजगार लिखेंगे।
उन्होंने कहा जल शक्ति विभाग में 22 सौ करोड की खरीद हुई है बडा घोटाला हुआ हैं। इसकी भी जांच की जाएगी।
अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम , उन दूसरे मंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों व प्रधानमंत्री की प्रदेश में पांच सौ करोड की रैलियांंकराई गई। सरकार आने पर इन रैलियों पर हुए खर्च के बिल को भाजपा को भेजा जाएगा। इन रैलियों के लिए 18 – 18 करोड के तंबू लगाएं गए । डब्बल इंजन की सरकार ने 72 से 74 हजार करोड का कर्ज प्रदेश पर चढा दिया हैं। प्रधानमंत्री ने प्रदेश में नौ रैलियांं कर दी है। लेकिन जयराम सरकार उनसे एक भी मांग नहीं मनवा सके। चार चार हेलीकाप्टर पटटे पर लिए इसकी भी जांच कराई जाएंगी।
दिलचस्प बात यह है कि चार्जशीट में किसी भी मंत्री व अधिकारी का नाम शामिल नहीं है और न ही कोई सबूत पेश कर रखा हैं।
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