शिमला।बागियों व आजाद उम्मीदवारों की वजह से भाजपा के दो दिग्गजों राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा के गृह जिला बिलासपुर की चार व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के जिला हमीरपुर की पांच सीटों का रूझान गडबडा गए हैं। हमीरपुर जिला में तो अमित शाह के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चुनावी रैलियां कर गए हैं। लेकिन इन दोनों जिलों की नौ सीटें किस दल की झोली में जा गिरेंगी आकलन करना मुश्किल हो गया है।
सुजानपुर में शाह व मोदी की रैलियां
जिला हमीरपुर का सुजानपुर हलका जहां से पिछली बार कांग्रेस के राजेंद्र राणा ने भाजपा के मुख्यमंत्री पद के घोषित चेहरे प्रेम कुमार धूमल का हरा कर बडा उल्ट फेर कर दिया था उस हलके में इस बार आलाकमान ने धूमल को चुनावों से ही बाहर कर दिया। हलके में राजनीतिक आवोहवा बदल जाए इसके लिए पहले गृह मंत्री अमित शाह ने सुजानपुर में रैली की। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा कर के चले गए।
धूमल के घर पहुंच कर मोदी ने मंच पर धूमल की पीठ थपथपाई लेकिन भाषण में गुणगान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और बडसर विधानसभा हलके से भाजपा नेता विनोद ठाकुर का कर गए। यह देख कर धूमल समर्थक हतप्रभ रह गए।
हमीरपुर में बागियों व आजाद उम्मीदारों की भरमार
धूमल के इस जिलें में बागियों व आजाद उम्मीदवारों की भरमार है। हमीरपुर हलके से आजाद उम्मीदवार आशीष कुमार ने कांग्रेस के पुष्पिदंर वर्मा जो पूर्व मंत्री रणजीत वर्मा के पुत्र है व भाजपा के नरेंद्र ठाकुर को जो पूर्व मंत्री जगदेव चंद के पुत्र हें समेत सबकी नींदें उडा रखी है तो बडसर में भी भाजपा के बागी ने भाजपा की माया शर्मा व कांग्रेस के इंद्रदत लखनपाल को संकट में डाला हुआ हैं। यहां कुछ भी हो सकता हैं। नादौन से कांग्रेस के सुखविंदर सुक्खू को धूमल से इतना खतरा नहीं है जितना खतरा अपनों से है। उनके अपने उनकी पल –पल की खबर रख रहे है। भोरंज में भी यही हाल हैं। चूंकि धूमल को कहीं कोई कमान नहीं दी गई है तो वह जो कर रहे है उसका असर परिणामों पर जरूर नजर आएगा।
नडडा के बिलासपुर में भी कहानी उलझन भरी
हमीरपुर की तरह ही दुनिया की सबसे बडी पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा के गृह जिला बिलासपुर में भी स्थिति उलझन भरी है। नडडा के मनाने के बावजूद उनके चहेते सुभाष शर्मा बिलासपुर सदर हलके से चुनाव मैदान में खडे होकर नडडा के दूसरे चहेते व भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक जम्वाल को आंखें दिखा रहे है। सबको उम्मीद थी कि नडडा अपने जिले के तमाम बागियों व नाराज लोगों को मना लेंगे। लेकिन वह नाकाम रह गए। बिलासपुर सदर से कांग्रेस के बंबर ठाकुर जम्वाल को चुनौती दे रहे हैं। नैना देवी हलके से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राम लाल ठाकुर के सामने भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा अखाडें में है। इनकी जीत भी नडडा के इशारे पर निर्भर है। पिछली बार रणधीर शर्मा को हराने वालों को आज तक पार्टी में पूरा मान सम्मान मिलता रहा है। इस बार ये लोग क्या करेंगे इसका अंदाजा ही लगाया ही जा सकता है।
घुमारवीं में जयराम सरकार में मंत्री राजिंद्र गर्ग का मुकाबला राहुल गांधी के करीबी कांग्रेस के राजेश धर्माणी के साथ हैं। राजिंद्र गर्ग मेहनत बहुत कर रहे है लेकिन बिलासपुर की राजनीतिक हवा किस ओर जाएंगी उनकी नैया भी उसी ओर चली जाएंगी। जबकि झंडुता में भी अफरातफरी का माहौल हे।
नडडा पर सबकी नजर
अब सबकी नजरें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा पर लगी है कि वह मतदान के दिन तक बिलासपुर में क्या बडा उल्टफेर कर पांचों सीटें भाजपा की झोली में डाल पाते है। अगर वह नाकाम रहे तो राष्ट्रीय स्तर पर भी उनको राजनीतिक तौर पर मुश्किलों का सामना करना पड सकता है। प्रदेश में भाजपा की स्थिति रहेगी यह उरनके लिए इतने मायने नहीं रखेगा जिलना बिलासपुर में भाजपा की क्या स्थिति रहेगी इस यह मायने रखेगा। हालांकि बिलासपुर में भी नडडा रात दिन एक किए हुए हैं। वह हवा बदल पाते है या नहीं यह देखा जाना हैं।
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