शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की कमांड में आक्रामक हो गई प्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग से शिमला डीसी अनुपम कश्यप को समेत बाकी अधिकारियों को हटाने की मांग की हैं। अनुपम कश्यप भाजपा नेता एच एन कश्यप के बेटे हैं। एच एन कश्यप 2004 में शिमला लोकसभा हलके से भाजपा के प्रत्याशी थे। वह भाजपा के प्रदेश सचिव भी रहे थे।
अनुपम कश्यप ने तो अभी एक फरवरी2024 को ही डीसी शिमला का कार्यभार संभाला हैं। उन्हें अभी इस पद पर दो महीने भी नहीं हुए हैं।
भाजपा की ओर से चुनाव आयोग को भेजी गई शिकायत में शिमला डीसी के अलावा शिमला के एसपी संजीव गांधी , सोलन के डीसी मनमोहन शर्मा और सिरमौर के डीसी को भी बदलने की मांग की हैं।दिलचस्प यह है कि ये सभी अधिकारी हिमाचल पुलिस व प्रशासन सेवा से हैं और हिमाचल के ही है। किसी भी पार्टी की ओर से हिमाचल के इतने अफसरों को एक साथ बदलने की मांग पहली बार की हैं।
भाजपा के राज्य सचिव की ओर से चुनाव आयोग को भेजी शिकायत में कहा गया है शिमला संसदीय हलके में चुनाव का जिम्मा संभालने वाले अधिकांश अधिकारी शिमला व सोलन जिला से हैं। और तीन साल से ज्यादा समय इन पदों पर हैं।
भाजपा की ओर से की गई शिकायत में कहा गया है कि शिमला के एसपी जिला सोलन के अर्की से हैं। डीसी शिमला शिमला जिला के शोघी से है जबकि डीसी सोलन और डीसी सिरमौर जिला शिमला से हैं।हालांकि मूल रूप से डीसी शिमला अनुपम कश्यप जिला सोलन के बाशा गांव से है।
भाजपा ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए इन अधिकारियों का तुरंत तबादला किया जाए।
तीन साल से तैनाती का दावा झूठा
भाजपा की ओर से चुनाव आयोग को भेजी शिकायत में ये दावा करना कि ये अधिकारी तीन साल से भी ज्यादा समय से अपने पदों पर तैनात है बिलकुल सफेद झूठ हैं।
शिमला डीसीअनुपम कश्यप को सुक्खू सरकार ने सत्ता में आने के बाद अभी डेढ़ महीने पहले ही लगाया हैं। सुक्खू सरकार को सता में आए ही अब तक सवा साल हुआ है। इस पद पर लंबे अरसे से जयराम सरकार की ओर से तैनात किए गए डीसी आदित्य नेगी तैनात थे। उन्हें भी तब हटाया जब चुनाव आयोग के निर्देश हुए। शिमला एसपी संजीव गांधी को भी सुक्खू सरकार ने ही तैनात किया । जब सरकार को ही सता में डेढ़ साल नहीं हुआ है तो फिर वह भी तीन साल से ज्यादा समय से एसपी शिमला के पद पर कैसे रह सकते हैं।
इसी तरह डीसी सोलन भी सिरमौर व सोलन की भी स्थिति हैं।अब ये भाजपा ही जाने कि वह क्यों हिमाचल काडर के अफसरों के पीछे पड़ गई हैं वो भी इतने बड़े पैमाने पर एक साथ अफसरों को बदलवाना चाहती हैं। यही नहीं चुनाव आयोग आचार संहिता लगने से पहले ही ये तय कर लेता है कि डीसी- एसपी के पदों पर ऐसा कोई अधिकारी तैनात न हो जिसकी उस पद पर तीन साल से ज्यादा अवधि हो गई हो।
भाजपा की ओर से मीडिया को जारी ये रही भाजपा की ओर से अधिकारियों के तबादले को लेकर चुनाव आयोग को लिखी चिटठी-:
To
The Election Commissioner of India, Nirvachan Sadan,
Ashoka Road, New Delhi 110001.
SUB: Application seeking transfer of Officers in Shimla Parliamentary Constituency to ensure free and fair elections.
Respected Sir,
With due regards, it is to brought to your kind notice that most of the officers, who are at the helm of affairs in conducting the elections in Shimla Parliamentary Constituency belong to Shimla and Solan Districts, are posted at their respective places of postings for more than three years.
Notably, few such officers are Superintendent of Police Shimla, who hails from Arki, District Solan. The Deputy Commissioner Shimla hails from Shoghi, District Shimla; the Deputy Commissioner Solan hails from Shimla and Deputy Commissioner Sirmour hails from Shimla.
Since elections to the Lok Sabha, as well as By-elections for the Himachal Pradesh Vidhan Sabha, have been notified; thus, your good self is requested to immediately transfer all these officers in order to ensure free and fair elections in the State of Himachal Pradesh.
Regards,
STATE SECRETARY,
BHARATIYA JANATA PARTY,
HIMACHAL PRADESH.
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