शिमला।क्रास वोटिंग व वित विधेयक के दौरान सदन से गैरहाजिर रह कर सुक्खू सरकार को गिराने में शामिल जिला ऊना के कुटलैहड़ से अयोग्य ठहराए गए पूर्व कांग्रेस विधायक देवेंद्र भुटटो का साथ देने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर आज 26 मार्च मंगलवार डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहात्री के जिला में पहुंचे व अग्निहोत्री व ऊना कांग्रेस को सीधी चुनौती दे आए।
इसके अलावा अपना शक्ति प्रदर्शन कर जयराम ने कुटलैहड़ पर धूमल खेमे को भी अपना जलवा दिखा दिया व सीधी चुनौती दे डाली की अगर पार्टी के साथ आना है तो आओ वरना वो मोदी –शाह की मुहिम को रोकने का साहस न करे।
रणनीतिक तौर पर जयराम ठाकुर ने ऊना में शक्ति प्रदर्शन कर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को चुनौती दे दी हैं। जयराम किसी भी कीमत पर सुक्खू सरकार को गिराने व सता परिवर्तन करने पर उतारू हो गए हैं। इससे पहले भाजपा ने ऊना से दो कांग्रेस विधायकों देवेंद्र भुटटो और चैतन्य शर्मा को तोड़ कर भाजपा में शामिल करवा लिया।
अगर प्रदेश में सुक्खू सरकार गिर गई तो मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम के पद से हाथ धोना पड़ेगा और अगर वो दोनों विधायकों को जीता पाने में कामयाब रहते है तो डिप्टी सीएम ही नहीं सुक्खू सरकार में ज्यादा ताकतवर भी बन जाते हैं।
इसके उल्ट अगर जयराम इन दो सीटों के अलावा बाकी सीटों को जीताने में कामयाब हो जाते है तो नई सरकार बनने पर उनका मुख्यमंत्री बनना तय हैं। जयराम दोबारा से मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे है व पूरा भाजपा आलाकमान उनके साथ हैं। इससे धूमल परिवार का भाजपा पर से वर्चस्व सदा के लिए समाप्त हो जाएगा।
पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर रहे नदारद
लेकिन जिन बागी कांग्रेस विधायकों को भाजपा ने टिकट दे दिया है उससे भाजपा में विद्रोह शुरू हो गया हैं।लाहुल स्पिति में भाजपा के सामूहिक इस्तीफे हो गए हैं।
उधर आज जयराम के समूर कलां में पहुंचने के मौके पर उनकी सरकार में पूर्व मंत्री रहे व ऊना से भाजपा के कदावर नेता वीरेंद्र कवंर उनके साथ नहीं आए। कंवर धूमल खेमे के बड़े नेता हैं। वह इस सारे समारोह से नदारद रहे। वीरेंद्र कंवर ने reporterseye.com से बातचीत में कहा कि उनकी जयराम ठाकुर से रात को बात हो गई थी। वह व्यक्तिगत कारणों से बाहर है। इसलिए शामिल नहीं हो पाए।
उन्होंने reporterseye.com से कहा कि देवेंद्र भुटटो को भाजपा का टिकट देने से भाजपा समर्थकों व कार्यकर्ताओं में बेहद गुस्सा हैं। कार्यकर्ताओं व उन्होंने खुद आलाकमान से टिकट आवंन पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया हैं। पंद्रह महीने पहले जिसे जताया था उसने जनता के साथ धोखा किया व उसी को जनता पर लाद दिया हैं।
अगर आलाकमान ने फैसला नहीं बदला तो उन्होंने साफ किया जो कार्यकर्ता तय करेंगे वही होगा। उन्होंने साफ संकेत दे दिया है कि भाजपा कार्यकर्ता कुटलैहड़ में असहज हैं।
याद रहे विधानसभा स्पीकर कुलदीप पठानिया की ओर से अयोग्य ठहराए गए देवेंद्र भुटटों को कुटलैहड़ विधानसभा हलके से भाजपा ने टिकट दे दिया है और समूर कलां में आज उनका स्वागत समारोह था।क्रास वोटिंग के बाद देवेंद्र भुटटों भी सीआरपीएफ की सुरक्षा में पंचकूला,ऋषिकेश व बाकी जगहों पर आलीशान होटलों में ठहरते रहें व हिमाचल में वो हैलीकाप्टरों में आते-जाते रहे। अब उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा मिली हुई हैं।
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