शिमला।जिला सोलन के कुनिहार में जयराम सरकार की ओर से आज मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव में भीड जुटाने के लिए घाटे में चल रही हिमाचल परिवहन निगम की 77 बसों की तैनाती पर तो सवाल उठ ही गए है लेकिन साथ ही स्थानीय विधायक संजय अवस्थी को दिए न्यौते को लेकर भी रार शुरू हो गई हैं। प्रशासन व विधायक की ओर से अलग -अलग दावे किए जा रहे है।
यह समारोह में भाजपा की आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर गठित संचालन समिति के अध्यक्ष व मुख्यममंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में मनाया जा रहा हैं। जयराम को शाम को ही भाजपा की संचालन समिति का अध्यक्ष बनाया गया हैं।
न्यौते को लेकर स्थानीय विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि उन्हें क्यों बुलाया जाएगा यह तो भाजपा का कार्यक्रम हैं। उन्होंने कहा कि डीसी सोलन निमंत्रण पत्र बांट रही हैं लेकिन उन्हें तो निमंत्रण पत्र नहीं भेजा गया है। जबकि अर्की भाजपा मंडलाध्यक्ष डीके शर्मा ने कहा कि यह सरकारी समारोह है और भाजपा तो केवल सहयोग कर रही हैं। यहां दिलचस्प यह है कि आजादी के इस अमृत समारोह में जब भाजपा से सहयोग लिया जा रहा है तो कांग्रेस से क्यों परहेज किया गया हैं। सभी का सहयोग ले लिया जाता । कांग्रेसी तो दावा करते ही है कि आजादी की जंग का सबसे लंबा संघर्ष उन्होंने ही लडा था।
उधर , कांग्रेस विधायक को न्यौता न देने बावत जब जिला उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हांरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एसडीएम अर्की ने कांग्रेस विधायक को बुलाया है। उन्हेंं वाटसएप पर भी न्यौता दिया गया है और उनके घर निमंत्रण पत्र भी भेजा गया हैं। जब एसडीएम अर्की से बात की गई तो दावा किया कि उन्हें परसों ही निमंत्रण भेज दिया गया था।
इस बावत जब दोबारा अवस्थी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई निमंत्रण पत्र नहीं मिला हैं। कुछ देर बाद उन्होंने कहा कि उनके कार्यालय में अभी-अभी निमंत्रण भेजा गया हैं। यह जानकारी उन्हें उनके पीए ने दी हैं।शायद डीसी व एसडीएम ने इस संवाददाता के फोन के बाद यह निमंत्रण भेजा हो। अब तो वह नहीं जाएंगे।
चुनावों से पहले यह सब दिलचस्पं हैं। अमृतकाल तो वैसे भी चल ही रहा हैं। बहरहाल इस सियासी रार को यहीं विराम लगा दिया जाता हैं।
उधर, प्रदेश में मनाए जा रहे बाकी समारोहों में भी संभवत: परिवहन निगम की बसों को ही इस्ते माल किया जा रहा होगा। प्रदेश पहले ही 65 हजार करोड रुपए से ज्यादा के कर्ज के तले दबा हैं। परिवहन निगम के सेवारत और सेवानिवृत कर्मचारियों के करोडों रुपए के देय अरसे से लंबित है। ऐसे में यह जयराम सरकार व उनके सिपहसलारों की वितीय समझ का जबरदस्ता नमूना है।
आजादी के इस अमृत महोत्स्व के लिए आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ,पंचायत सचिवों तक की डयूटिया लगाई गई है। यह डयूटियां अगर समारोह स्थवल के आस पास कुनिहार से ही लगाई जाती तो बडा मसला नहीं था। लेकिन पूरे ब्ला क से ही आंगनबाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। इनकी आड में इन बसों में भाजपा के कार्यकर्ता नहीं चढेंगे यह कौन तय करेगा ।चढ भी जाएंगे तो भााजपा तो वैसे भी सहयोग कर ही रही हैं। हालांकि कैग की रपट में इस बावत क्या टिप्पणी आएगी इस बावत इंतजार हैं।
पहले यह तो सुना था कि जहां कोई समारोह होता है उसका खर्च सरकार के खजाने से होता था। लेकिन जयराम सरकार दो कदम आगे चल रही है। ऐसे समारोहों में भीड जुटाने के लिए अब परिवहन निगम की बसों की तैनाती की गई हैं।
इन बसों को इस तरह के समारोहों में भीड जुटाने का काम पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले राजधानी के रिज मैदान पर प्रधानमंत्री मोदी की हुई रैली में भी लाभार्थियों की आड में इस तरह ही डयूटियां लगाई गई थी और लाभार्थियों की भीड को जुटाया गया था। मंडी में भी ऐसा ही किया गया था।बसें हिमाचल परिवहन निगम की ही लगाई गई हैं।
जयराम सरकार लाभार्थियों को ऐसे समारोह में लोगों को लाने –ले जाने का इंतजाम ऐसे कर रही है जैसे ही इस सारी रकम को भाजपा ने पार्टी के खाते से अदा करना हो। सारी की सारी रकम सरकारी खजाने से खर्च की जा रही हैं। यहां भी याद रखा जाना चाहिए कि लाभार्थियों को जो भी लाभ दिया गया है वह तो जनता की जेब से दिया गया है। किसी राजनीकि दल विशेष और सरकार ने अपनी व्यक्तिगत जेब से नहीं दिया हैं। रसौई गैस सिलेंडर 11 सौ रुपए से ज्यादा कर दिया गया है। सीमेंट की बोरी 475 रपए की हो गई है और उसकी गुणवता पर पिछले कल खुद जयराम मंत्रिमंडल ने ही सवाल उठाए हैं । पता नहीं वह राख के नाम पर सीमेंट के नाम पर राख ही जतो नहीं बेच रहे है। राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ने सीमेंट कारखानों से खरीदे सीमेंट के सैंपल अप्रैल महीने में केवल एक बार जांच के लिए भेजे हैं। अब आइएएस अफसरों को सीमेंट कारखानों में जाकर जायजा लेने के लिए भेजा जा रहा हैं।
उधर दूसरी ओर सवाल यह खडा हो गया है कि क्या अब दुनिया की सबसे बडी राजनीतिक पार्टी का डंका बजाने वाली भाजपा के त्रिदेव, बूथ पालक और विस्ता रक से लेकर बाकी पार्टी का पूरा तंत्र भीड जुटाने में नाकाम हो गया हैं । ऐसे में सरकारी खर्च पर घर –घर से भीड जुटाने का काम किया जा रहा हैं।
सरकार आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर प्रदेश भर में आजादी के अमृत महोत्सयव के 75 कार्यक्रम ऐन विधानसभा चुनावों से पहले आयोजित करवा रही हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस पहले ही ऐसे समारोहों पर किए जा रहे खर्च को लेकर विधानसभा में सवाल उठा चुकी है। लेकिन जयराम सरकार है कि अपनी ही चाल चलती हैं।
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