शिमला। जयराम सरकार में SSC हमीरपुर में हुई भर्तियों की धांधलियों की जांच के लिए 11 पुलिस अधिकारियों की टीम गठित कर दी हैं। यह टीम अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजीलेंस ने गठित की है।
किसी भी बडे मामले की जांच करने के लिए कई–कई अफसरों की टीम गठित करने का स्टाइल जयराम सरकार में पुलिस महानिदेशक कुंडू ने अपनाया था।
इन अधिकारियों को जांच का जिम्मा
सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने इन धांधलियों की जांच के लिए डीआइजी विजीलेंस जी शिवकुमार की अध्यक्षता में 11 आइपीएस व एचपीएस अफसरों की टीम गठित की हैं। इसके अलावा इंस्पेक्टर व सहायक इंस्पेक्टर व तकनीकी टीम अलग से हैं।
जी शिवकुमार के अलावा एसपी राहुल नाथ, एसपी अंजुम आरा और एसपी बलबीर सिंह को शामिल किया गया हैं। टीम में इसके अलावा चार अतिरिक्त एसपी और तीन डीएसपी भी शामिल किए गए हैं। एडीजीपी विजीलेंस की ओर से यह टीम रोजाना के स्तर पर धांधलियों के इल्जामों की जांच करेंगी।
वीरभद्र सिंह का स्टाइल नहीं अपनाया
सुखविंदर सिंह सरकार ने इन भर्तियों में हुई कथित धांधलियों की जांच के लिए वीरभद्र सिंह का स्टाइल नहीं अपनाया।वीरभद्र सिंह इस तरह की जांच के लिए अपने खास लोगों को तैनात करते थे। 2003 में उन्होंने एसएसएसबी हमीरपुर के तत्कालीन अध्यक्ष एस एम कटवाल पर हाथ डालने के लिए अपने खास अधिकारी हिमाचल पुलिस सेवा के रमेश छाजटा को तैनात किया था। बिंदल के खिलाफ जांच भी उन्होंने छाजटा ये ही करवाई थी। बाकी भी कई मामले थे जो उन्होंने अपने खास अधिकारियों से करवाई थी बेशक वह आईपीएस न भी रहे हो। लेकिन सुक्खू ने वीरभद्र सिंह का स्टाइल न अपना कर आइपीएस अधिकारियों पर भरोसा जताया हैं। अब ये आइपीएस अधिकारी सुक्खू के भरोसे पर कितना खरे उतरते हैं यह देखना हैं।
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