शिमला।प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार ने अक्तूबर 2014 तक पदेश में अफसरों और कर्मचारियों के 46 हजार 701 तबादले किए है। इनमें से दिसंबर 2013 से जुलाई 2014 तक 345 तबादले विधायकों,बोर्डों निगमों के अध्यक्षों,उपाध्यक्षों व बाकियों के डीओ पर किए गए है। भजपा विधायक ईश्वर धीमान,सतपाल सती, नरेंद्र ठाकुर,महेंद्र सिंह और रणधीर शर्मा की ओर से अलग अलग पूछे गए सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने ये खुलासा किया।
1 जनवरी 2013 से 30 नवंबर 2013 के 11 महीने के समय में ही सरकार 26 हजार 622 तबादले किए।इसी अवधि में 8884 तबादल विधायकों व बाकी नेताओं के डीओ पर किए है और 3837 तबादले प्रशासनिक आधार पर किए गए।दिसंबर2013 से जुलाई 2014 तक बोर्डों व निगमों में ही 10142 तबादले किए गए।16 जुलाई 2014 से 31 अक्तूबर 2014 तक 6327 तबादले किए ।
इतने ज्यादा तबादले करने पर भाजपा विधायकों ने सरकार पर सवाल उठाए। विधायक ईश्वर दास धीमान ने कहा कि क्या ये सारा खेल राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है, और ये सिलसिला कब तक चलेगा।
भाजपा विधायकों के प्रहार को रोकने की कोशिश करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जनवरी 2008 से अगस्त 2008 तक तत्कालीन धूमल सरकार की ओर से किए गए तबादलों का आंकड़ा सदन में रख दिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन धूमल सरकार ने महज आठ महीने में 27 हजार 429 तबादले किए।
जनवरी 2013 से लेकर नवंबर 2013 तक 930 तबादलों के मामले हाईकोर्ट गए और अदालत ने 806 मामलों में सरकार को झटका देते हुए ये कि तबादले रदद कर दिए।रविंद्र सिंह रवि ने सवाल उठाया कि एनजीओ और कर्मचारियों एसोसिएशनों के पदाधिकारियों के डीओ पर कैसे तबादले हो रहे है। सीएम ने कहा कि प्रदेश हाईकोर्ट ने विधायकों व चुने हुए जनप्रतिनिधियों के डीओ पर किए जाने वाले तबादलों को गैर कानूनी ठहराने लगाने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने रिवर्स कर दिया है। रविंद्र रवि ने कहा कि सरकार ने बैन के दौरान ही इन एसोसिएशन के एक नेता की डीओ पर 47 और एक के डीओ पर 70 तबादले कर दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आलतु -फालतु और कालतु लोगों के डीओ पर ये तबादले क्यों हो रहे है।
प्रश्नकाल के दौरान ही भाजपा विधायक नरेंद्र ठाकुर के सवाल पर वीरभद्र सरकार ने सुजानपुर में ही 16 मई 2014 के बाद 210 तबादले किए गए। इस पर नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि जो बाकी बचे है उनको भी कर दी। नरेंद्र ठाकुर ने आपदा प्रबंधन अथारिटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा का उनाम लिए बगैर कहा कि ये तबादले एक ऐसे नेता के डीओ पर किए जा रहे है जो वुडविला कॉलगर्ल के धंधे में जांच का सामना कर चुके है।इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये तबादले कांग्रेस ही नहीं भाजपा नेताओं के डीओ पर भी हुए है।
सदन में प्रश्न काल के दौरान पशु बलि के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सरकार जल्द ही अपना पक्ष अदालत में रखेगी। भाजपा विधायक रविंद रवि और हिलोपा विधायक महेश्वर सिंह ने इस बारे पूरक सवाल उठाए।
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