शिमला। प्रदेश में इस मॉनसून सीजन के दौरान अभी तक आपदा से कुल 278 लोगों की मौत हुई है जबकि 522 लोग घायल हुए हैं व 9 लोग अभी भी लापता हैं। 169 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि 825 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। 72 दुकानें और 887 गौशालाएं भी तबाह हुई हैं। इस दौरान 587 पशु भी मारे गए हैं। मानसून में अभी तक 1981.86 करोड का नुकसान हो चुका हैं।
मुख्य सचिव ने आज केंद्रीय दल को 1981.86 करोड़ रुपये के नुक्सान का अंतरिम ज्ञापन सौंपा व कहा कि इसमें लोक निर्माण विभाग को 957.09 करोड़ रुपये और जल शक्ति विभाग को 725.07 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। इसके अलावा अन्य विभागों तथा निजी संपत्ति की भी भारी क्षति हुई है।
आपदा से हुए नुकसान आकलन करने पहुंची केंद्र की एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालय टीम ने मंगलवार को मुख्य सचिव आरडी धीमान और सभी संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक कर नुकसान की रिपोर्ट पर चर्चा की तथा इस संबंध में अंतरिम ज्ञापन प्राप्त किया। केंद्रीय टीम की अगुवाई कर रहे गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव आपदा प्रबंधन सुनील कुमार बर्णवाल और अन्य सदस्य धर्मशाला से व टीम के अन्य सदस्यों सुभाष कुमार और दीपशेखर सिंघल बिलासपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आरडी धीमान ने बताया कि प्रदेश सरकार के विशेष आग्रह पर पहली बार केंद्रीय दल ने मॉनसून सीजन के दौरान ही 28 से 30 अगस्त तक राज्य का दौरा किया है। इससे वास्तविक स्थिति के आकलन में मदद मिली है।
मुख्य सचिव ने कहा कि यह केवल अंतरिम रिपोर्ट है और आने वाले दिनों में इन आंकड़ों में काफी वृद्धि की संभावना है क्योंकि अभी मॉनसून सीजन के 20-25 दिन शेष हैं तथा कई स्थानों पर नुकसान का आकलन किया जा रहा है जिसकी अंतिम रिपोर्ट सीजन के अंत तक पेश की जाएगी। इस रिपोर्ट में केंद्रीय दल के सुझाव भी शामिल किए जाएंगे।
इस अवसर पर केंद्रीय टीम के अध्यक्ष सुनील कुमार बरनवाल ने बताया कि टीम के दो अलग-अलग समूहों ने कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक दौरा करके स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने राहत शिविरों का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इन क्षेत्रों में भारी नुक्सान हुआ है। उन्होंने राहत एवं बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना भी की। सुनील कुमार बर्णवाल और टीम के अन्य सदस्यों ने रिपोर्ट के संबंध में कई महत्वपूर्ण सुझाव भी रखे।
केंद्रीय टीम के साथ व्यापक चर्चा के बाद मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बरसात के मौसम के अंत तक नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करवाएं तथा फील्ड के अधिकारियों को सक्रिय करें।
बैठक में राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने मुख्य सचिवए केंद्रीय टीम और सभी उच्च अधिकारियों का स्वागत किया तथा नुकसान के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति विभाग, ग्रामीण विकास, कृषि, बागवानी, शहरी विकास, शिक्षा और अन्य विभागों के प्रधान सचिव, सचिव और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
(10)