शिमला। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष व सेना से बतौर मेजर जनरल सेवानिवृत हुए सीएम शर्मा ने रात को अपने मकान में अपनी पिस्तौल से कनपटी पर गोली मार कर आत्महत्या कर ली।
शर्मा की लाश आज सुबह 11 बजे के करीब उनके हालीलॉज के समीप सिथत मकान में मिली हैं। पूरे बेसमेंट में जहां उनकी लाश मिली हैं खून ही खून था। मेजर जनरल सीएम शर्मा ने अपनी लाइसेंसी 7.62एमएम पिस्तौल से अपनी कनपटी पर गोली मार दी।
पुलिस ने लाश को बरामद कर लिया हैं साथ ही पुलिस को बेसमेंट से ही सुसाइड नोट भी मिला हैं।
पुलिस के मुताबिक सीएम शर्मा किसी बीमारी से परेशान थे व अलग कमरे में सोते थे। बीती शाम को भी वह रोजाना की तरह अपने कमरे में सो गए थे। लेकिन जब सुबह उनकी पत्नी ने उन्हें कमरे में ढूंढा तो वह कमरे में नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने सोचा कि शर्मा कहीं बाहर चले गए होंगें। लेकिन जब काफी देर तक वह नहीं लौटे तो इधर ,उधर तलाश। आखिर में बेसमेंट में तलाश की तो वह बेसमेंट में र्फर्श पर गिरे पड़े थे और चारों ओर खून ही खून था।
इस पर ग्यारह बजे के करीब पुलिस को जानकारी दी गई। थाना सदर पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए मौके का जायजा लिया और मौके से लाश के अलावा पिस्तौल और सुसाइड नोट अपने कब्जे में लिया।
एसपी शिमला ओमापति जम्वाल ने कहा कि अभी साधारणतय:आत्महत्या का मामला लग रहा हैं व हालांकि अभी जांच जारी हैं। सुसाइड नोट में क्या लिखा हैं, इस बावत उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी ने सुबह इस बावत पुलिस को जानकारी दी थी।
पुलिस ने इंदिरा गांधी मेडिकल अस्पताल में पोस्टमार्टम करा दिया हैं व लाश को अभी वहीं रखा हैं। शर्मा के दो बेटे हैं जिनमें से एक दुबई में व दूसरा मुबंई में हैं। इन दोनों के आने पर सुबह लाश को परिजनों के हवाले किया जएगा । जानकारी के मुताबिक शर्मा का पिछल्ले दो सालों से इलाज चल रहा था। समझा जा रहा है कि सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी की परेशानी का जिक्र करते हुए आत्महत्या की बात स्वीकारी हैं।
मेजर जनरल सीएम शर्मा जनवरी 2009 में तत्कालीन भाजपा की धूमल सरकार मेें हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष्ज्ञ नियुक्त हुए थे।
सेना में रहते हुए उन्होंने लद्वाख में आर्टिलरी रेजीमेंट की कमान संभाली थी व आतंकवाद के दौर में वह जम्मू कश्मीर में आर्टिलरी ब्रिगेड के कमांडर भी रहे थे।
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